दिव्यांगता का बस पास दिखाने पर भी मांगा टिकट
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बसों में प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बसों में प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का जनता को लाभ नहीं मिल रहा है। बसों में तैनात परिचालक सुविधाओं को दरकिनार कर लोगों को तंग करने में लगे हैं। ऐसा ही एक मामला वीरवार सुबह सामने आया। 95 प्रतिशत श्रवण बाधित घुमारवीं के निवासी निक्कू राम सुबह सवा सात बजे एचआरटीसी बस में निहान कांशी से घुमारवीं जाने के लिए सवार हुए। इस दौरान उसके साथ एक लड़का भी था। निक्कू राम ने परिचालक के टिकट मांगने पर उसने बस पास दिखाया, लेकिन परिचालक उसके बस पास को किनारे पर रखते हुए उससे दस रुपये का टिकट कटवाने के लिए कहने लगा। हालांकि, उसके इस दिव्यांग बस पास में उसे 95 प्रतिशत श्रवण बाधित बताया गया। इसके तहत एचआरटीसी की बस में उससे टिकट नहीं लिया जा सकता है। जब उसने परिचालक से टिकट लेने से इंकार किया, तो परिचालक ने उसे व उसके साथ बैठे लड़के को बस से उतार दिया।
निक्कू राम ने बताया कि सवारियों ने भी परिचालक को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे मानने के लिए राजी नहीं हुआ। टिकट नहीं लेने पर कंडक्टर ने उसका बस पास अपने पास रख लिया। काफी देर हाथ जोड़ने के बाद ही उसने उसका पास वापस किया। निक्कू राम ने विभाग के उच्च अधिकारियों से आग्रह किया है कि इसम मामले में कार्रवाई की जाए।
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95 फीसदी दिव्यांग होने पर व्यक्ति से टिकट नहीं लिया जा सकता है। पास दिखाने पर परिचालक को टिकट नहीं मांगना चाहिए। हो सकता है बस में ड्यूटी पर तैनात किसी प्रशिक्षण प्राप्त परिचालक को इस बारे में जानकारी न हो। फिर भी मामले की जांच की जाएगी।
पवन कुमार शर्मा, क्षेत्रीय प्रबंधक, एचआरटीसी, बिलासपुर।