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खड्डों पर जाने वाले रास्ते बंद किए

संवाद सूत्र, घुमारवीं : घुमारवीं उपमंडल में खनन से खड्डों का सीना छलनी करने वालों के खिलाफ स्थानीय प

By Edited By: Published: Sun, 22 Jan 2017 07:01 PM (IST)Updated: Sun, 22 Jan 2017 07:01 PM (IST)
खड्डों पर जाने वाले रास्ते बंद किए
खड्डों पर जाने वाले रास्ते बंद किए

संवाद सूत्र, घुमारवीं : घुमारवीं उपमंडल में खनन से खड्डों का सीना छलनी करने वालों के खिलाफ स्थानीय प्रशासन ने मोर्चा खोल दिया है। खड्डों व नालों में अवैज्ञानिक तरीके से खनन करने वालों पर प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। एसडीएम घुमारवीं ने उपमंडल के दाबला कसोल समेत आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर दबिश दी। प्रशासनिक अमले की सूचना मिलते ही अवैध खनन के गोरखधंधे में लगे लोग अपना सामान को छोड़ कर वहां से भाग खड़े हुए। प्रशासन ने कुछ स्थानों पर सामान को कब्जे में ले लिया है। वहीं दूसरी ओर खनन माफिया द्वारा खड्डों व नालों के लिए निकाले गए रास्तों को भी जेसीबी की मदद से गड्ढे डाल कर बाकायदा बाड़बंदी करते हुए बंद कर दिया। प्रशासन की इस मुहिम से खनन करना वालों में हड़कंप मच गया।

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घुमारवीं उपमंडल में खनन करने वालों के हौसले बुलंद है। सीर खड्ड, सुक्कड़ खड्ड, बरठीं, झंडूता, डलोह, कंदरौर,दाबला ,कसोल ,सुन्हाणी ,भदरोग ,बम्म ,परनाल, तलवाड़ा ,व भराड़ी क्षेत्र में खनन का गोरखधंधा पिछले कुछ समय से फल फूल रहा है। खड्डों के अलावा लोगों से जमीन किराये पर ले कर रेत बजरी निकाली जा रही है। बिना खनन महकमे की परमिशन से रेत बजरी को ऊंचे दामों में बेच कर गोरखधंधे में लगे लोग चांदी कूट रहे हैं। इससे खनन महकमे को सीधे तौर पर चपत लग रही है।

खनन से जहां जलस्तर लुढ़क रहा है वहीं पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। अब प्रशासन ने अवैध खनन करने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। एसडीएम स्वयं जगह-जगह दबिश दे कर खनन करने वालों पर सबक सीखा रहे हैं। एक साल से भी कम अवधि में खनन करने वालों के 49 चालान कर 2.97 लाख रुपये जुर्माना वसूल किया जा चुका है। खनन के 41 चालान कोर्ट में लगाए गए हैं। इधर, एसडीएम घुमारवीं आदित्य नेगी का कहना है कि दाबला समेत अन्य स्थानों पर खड्डों व नालों में जाने वाले रास्ते बंद कर दिए गए हैं। खनन करने वालों के खिलाफ अब सख्ती से निपटा जाएगा। अवैज्ञानिक खनन से जलस्तर में कमी के साथ पर्यावरण को भी नुक्सान पहुंच रहा है। खनन करने वालों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।


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