लोहे के खंभों के सहारे मैथी स्कूल की छत
सुनील कुमार, जामली प्रदेश सरकार स्कूलों को अपग्रेड करने व स्कूलों में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने
सुनील कुमार, जामली
प्रदेश सरकार स्कूलों को अपग्रेड करने व स्कूलों में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के दावे करती है। वहीं बिलासपुर में कुछ ऐसे स्कूल भी हैं, जहां पर बच्चे आज भी खौफ के साये में पढ़ाई करने को मजबूर हैं। कमरों में छत को लोहे के खंभों के सहारे टिकाया गया है। ऐसे में अगर कोई एक खंभा इधर से उधर हो जाए तो पूरे का पूरा छत स्कूली बच्चों पर भी गिर सकता है। जिससे किसी भी बड़े हादसे के होने से मना नहीं किया जा सकता। ऐसे में सरकार को चाहिए की वह पहले पूराने स्कूलों के ढांचे को असुरक्षित घोषित कर नए भवनों का निर्माण करे।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मैथी में बच्चे असुरक्षित भवन में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इसके अलावा स्कूल में पांच अध्यापकों के पद भी खाली चल रहे हैं। जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। स्कूल में लगभग 195 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि यदि विभाग यहां पर खाली पड़े पदों को जल्द से जल्द नहीं भरता है तो उन्हें अपने बच्चों को स्कूलों से अन्य स्कूलों में दाखिला लेना पड़ेगा।
पंचायत प्रधान कमलेश ठाकुर, उपप्रधान श्याम लाल चौधरी, एसएमसी प्रधान रामलाल ठाकुर भी कई बार स्कूल का निरीक्षण कर चुके है। भवन का निर्माण 2010 में किया गया था। प्रधानाचार्य प्रीतम धीमान ने बताया कि स्कूल के बच्चों की संख्या लगभग 195 है। स्कूल भवन को लेकर कई बार विभाग के आला अधिकारियों को भी सूचित किया जा चुका है। लेकिन, आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।