शिक्षकों से परीक्षा परिणाम की हटे शर्त, सम्मान हो बंद
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : प्रदेश विज्ञान अध्यापक संघ ने शिक्षकों पर परीक्षा परिणाम की शर्त को हटान
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : प्रदेश विज्ञान अध्यापक संघ ने शिक्षकों पर परीक्षा परिणाम की शर्त को हटाने की मांग उठाई है। संघ ने इसे नकल को बढ़ावा देने की एक वजह बताया है। जिससे शिक्षकों और शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। इसके साथ शत-प्रतिशत रिजल्ट देने वाले अध्यापकों को सम्मानित करने की व्यवस्था को बंद करने की मांग की गई है। मंगलवार को संघ की बिलासपुर इकाई की बैठक जिलाध्यक्ष शिव कुमार नड्डा की अध्यक्षता में हुई। इस मौके पर महासचिव अजय चंदेल ने बताया कि बैठक में आठ अगस्त को होने वाली संघ की प्रदेशस्तरीय बैठक को लेकर विचार विमर्श किया गया। बैठक में 16 सूत्रीय मांग पत्र पर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि संघ की बैठक में अध्यापकों के साथ-साथ स्कूली बच्चों की समस्याओं पर भी मंथन किया गया। इसमें वर्ष 2010 के बाद शुरू की गई पदोन्नति के लिए विकल्प प्रणाली को तुरंत बंद करने पर सहमति बनाई गई। इसके अलावा अनुबंध अध्यापकों को हर साल अनुबंध की अवधि बढ़ाने के लिए दिया जाने वाले शपथ पत्र को बंद करने, पैरा अध्यापकों को 11 साल बाद नियमित करने के स्थान पर अनुबंध अध्यापकों की तर्ज पर पांच साल में नियमितिकरण का लाभ देने की मांग सरकार से की गई। उन्होंने कहा कि दसवीं कक्षा की विज्ञान की प्रायोगिक परीक्षा आतंरिक न होकर पुराने तरीके से बोर्ड द्वारा ली जाए। इसके अलावा संघ ने टीजीटी और पीजीटी की वरिष्ठता सूची को समय-समय पर अपडेट करने तथा 4-9-14 को लागू करने की मांग उठाई। बैठक में प्रदेश महासचिव अमृत महाजन, प्रवक्ता राजेंद्र शर्मा, जिला महासचिव अजय शर्मा, बालम कुमार, पवन चंदेल, विनोद कुमार, देशराज, अजय चंदेल, अतुल शर्मा, राजेश, कश्मीरी लाल, अरुण कुमार, करतार ¨सह, योगेश मन्हास, र¨वद्र कटवाल, कुलदीप मौजूद रहे।