टीसीपी एक्ट के खिलाफ आंदोलन की तैयारी
ग्रामीण किसान संघर्ष समिति ने बनाई रणनीति सरकार को दिया दो सप्ताह तक का समय संवाद सूत्र, घुमा
ग्रामीण किसान संघर्ष समिति ने बनाई रणनीति
सरकार को दिया दो सप्ताह तक का समय
संवाद सूत्र, घुमारवीं : ग्रामीण किसान संघर्ष समिति ने टीसीपी एक्ट के खिलाफ एक बार फिर आंदोलन की तैयारी कर ली है। हालांकि इससे पहले भी समिति की ओर से आंदोलन शुरू करने की कवायद शुरू की गई थी लेकिन मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह व मुख्य संसदीय सचिव राजेश धर्माणी से आश्वासन मिलने के बाद समिति ने आंदोलन को स्थगित कर दिया था। लेकिन अब तक कोई भी उचित कदम नहीं उठाए जाने के चलते एक बार फिर समिति आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर सकती है।
ग्रामीण किसान संघर्ष समिति की बैठक का आयोजन घुमारवीं में किया गया। इसकी अध्यक्षता समिति अध्यक्ष रणजीत ¨सह गुलेरिया ने की। उन्होंने कहा कि टीसीपी एक्ट की अधिसूचना रद करने के लिए कई बार सरकार व अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे गए। लेकिन अभी तक कोई भी उचित कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि इस एक्ट को रद करने का आश्वासन मिला था। लेकिन अभी तक कोई भी उचित कदम नहीं उठाए गए। इससे 14 पंचायतों के 62 गांव के लोगों में भी सरकार के खिलाफ भारी रोष है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने विधानसभा सत्र के दौरान भी ग्रामीण हितों को लेकर कोई भी चर्चा नहीं की। जब कि टीसीपी एक्ट का हर ओर विरोध किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दो सप्ताह के भीतर सरकार ने अधिसूचना रद नहीं की तो 11 फरवरी को बैठक आयोजित कर आंदोलन शुरू किया जाएगा। इसमें आम लोगों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी। इस दौरान महासिचव बृजलाल शर्मा, मुख्य सलाहकार सोहन ¨सह पटियाल, सह सचिव हेमराज शर्मा, संत राम कौंडल, उपाध्यक्ष सुभाष चंद ठाकुर, मुंशी राम, शमशेर ¨सह पटियाल, महंत राम, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बीडी शर्मा, अमरनाथ शर्मा, जगदीश कुमार, देश राज शर्मा, कश्मीर ¨सह, शमशेर ¨सह, प्रकाश, कृष्ण ¨सह, सरोज पठानिया, रीना कुमारी, सावित्री देवी, रोशनी, कौशल्या देवी, रतनी देवी, आशा, विमला देवी, संतोष कुमार, राजेंद्र कुमार सहित अन्य मौजूद थे।