फोरलेन प्रभावितों की अनदेखी के खिलाफ प्रदर्शन
संवाद सूत्र, स्वारघाट : फोरलेन विस्थापितों और प्रभावितों की अनदेखी के विरोध में शिवसेना ने वीरवार को कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदेशाध्यक्ष रमेश ठाकुर की अध्यक्षता में कैंचीमोड़ से मेहला में निर्माणाधीन सुरंग के बाहर कार्यालय का घेराव किया।
शिवसेना ने आरोप लगाया कि 20 जनवरी को जिलाधीश बिलासपुर की अध्यक्षता में आइएल एंड एफएस कंपनी और फोरलेन विस्थापितों के बीच समझौता हुआ था, लेकिन कंपनी इस समझौते के तहत काम नहीं कर रही है। कंपनी ने फोरलेन निर्माण में स्थानीय मशीनरी लगाने का आश्वासन दिया था, जिसके मुताबिक 70 प्रतिशत हिमाचल की मशीनरी लगनी थी। कंपनी ने कार्य आरंभ करने से पहले प्रभावितों को गाड़ियां खरीदने और पूर्ण रूप से काम देने के आश्वाशन दिया था, परंतु कंपनी ने उनकी गाड़ियों व मशीनरी को कुछ समय के लिए काम दिया। अब इन लोगों की मशीनरी व गाड़ियां बिना काम के खड़ी हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी ने अन्य राज्यों की मशीनरी को सड़क निर्माण कार्य में काम दिया है। समझौते में साफ लिखा है कि विस्थापितों को कंपनी फील्ड बुक मुहैया करवाएगी। प्रभावितों और विस्थापितों को उनकी योग्यतानुसार सड़क निर्माण में रोजगार मिलना था, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।
इस मौके पर शिवसेना व कंपनी प्रबंधन के मध्य वार्ता हुई। इसमें लिखित रूप में 10 दिन के भीतर प्रभावितों और विस्थापितों को प्राथमिकता के आधार पर योग्यतानुसार रोजगार तथा आवश्यकता के अनुसार मशीनरी लगाने का आश्वासन दिया गया। शिवसेना ने चेतावनी दी कि अगर कंपनी ने 10 दिन में वादा पूरा न किया तो धरना प्रदर्शन कर सड़क को जाम किया जाएगा।
इस अवसर पर प्रदेश उपप्रधान महेंद्र सिंह राणा, जिला उपप्रधान सतीश पंडित, श्री नयना देवी ब्लाक के प्रधान गुरदेव सिंह ठाकुर, उपप्रधान ईश्वर सिंह ठाकुर सहित प्रभावितों और विस्थापित मौजूद रहे।