प्राकृतिक आपदा से निपटने को सजग रहे अधिकारी : राणा
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने कहा है कि अधिकारी किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए तैयार रहें, ताकि प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। वह शनिवार को बिलासपुर के बचत भवन में आयोजित जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसके लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भी ऐसी स्थिति में निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पहाड़ी क्षेत्र होने के चलते भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के लिए संवेदनशील है। इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। राणा ने जिला प्रशासन द्वारा आपदा से निपटने के लिए किए गए प्रबंधों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि आपदा से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध होने चाहिए। उन्होंने लोक निर्माण तथा आइपीएच, विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे खासकर बरसात के मौसम में चौकस रहें और सड़कों के रखरखाव को सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि जिले का काफी हिस्सा जलमग्न है। इसलिए गोबिंद सागर में होने वाले हादसों पर काबू पाने के लिए रेस्क्यू बोट उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने स्वास्थ्य, पुलिस, होमगार्ड, अग्निशमन, वन, राजस्व विभागों को हमेशा तैयार रहने की सलाह दी ताकि संकट की स्थिति में वे सामूहिक प्रयासों से आपदा से निपट सकें।
उपायुक्त डॉ. अजय शर्मा ने कहा कि जिले में भूस्खलन के अलावा सांप के डसने की घटनाएं भी काफी होती हैं। इसके लिए जिला प्रशासन ने पूरी तरह सजग है। इसके लिए पंचायत स्तर पर लोगों को साप के डसने की दशा में क्या करें और क्या न करें, के संदेश बोर्ड लगाना सुनिश्चित किया गया है। इससे पहले जिला राजस्व अधिकारी शशिपाल शर्मा ने पावर प्वायंट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी कि जिला भूकंप और भूस्खलन की आपदा में मध्यम स्तर में आका गया है।