असामाजिक तत्वों पर सीसीटीवी कैमरे रखेंगे नजर
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : शक्तिपीठ श्री नयना देवी में 27 जुलाई से छह अगस्त तक मनाए जाने वाले 10 दिवसीय सावन अष्टमी मेलों के सफल आयोजन के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। यह जानकारी अतिरिक्तजिला दंडाधिकारी प्रदीप ठाकुर ने शनिवार को श्री नयना देवी में मेलों के प्रबंधों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने बताया कि मेलों के दौरान पूरे क्षेत्र को नौ सेक्टरों में विभाजित किया गया है और हर सेक्टर में सेक्टर अधिकारी तैनात किए गए हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। कानून व्यवस्था व यातायात सुनिश्चित करने के लिए पुलिस व होमगार्ड के 1200 जवान तैनात किए जाएंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेलों के दौरान घवाडल, सिंहद्वार, टोबा व बस अड्डे में सहायता केंद्र स्थापित किए जाएंगे। प्रदीप ठाकुर ने बताया कि यातायात सुनिश्चित करने के लिए टोबा सीमा पर, घवाडल व रोपवे पर तीन ट्रैफिक बैरियर स्थापित किए जाएंगे। मेलों के दौरान ट्रक, ट्रैक्टर व टैंपो सवारी लेकर श्री नयना देवी मंदिर में आने के लिए किसी को भी इजाजत नहीं दी जाएगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एचआरटीसी व पंजाब रोडवेज की ओर से स्पेशल बसें चलाई जाएंगी। सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। मौजूदा सफाई कर्मियों के अलावा एक सौ और कर्मी तैनात किए जाएंगे। मेलों के दौरान टोबा से लेकर जगह-जगह अस्थायी शौचालयों की व्यवस्था की जाएगी।मेला शुरू होने से पहले जीवनरक्षक व आपातकालीन स्थिति में दी जाने वाली दवाओं का भंडारण किया जाएगा। आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी, स्वास्थ्य केंद्र घवाडल, मातृ आचल के पास, टोबा, मंडयाली स्वास्थ्य उप केन्द्र, सिंहद्वार व मंदिर के मुख्य द्वार के पास स्थापित स्वास्थ्य सहायता केंद्र श्रद्धालुओं के लिए रात-दिन खुले रहेंगे। आपात स्थिति से निपटने के लिए क्विक रेस्क्यू टीम का गठन किया गया है। इसके साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य टीम तैनात की गई है जो कि 24 घंटे मुस्तैद रहेगी। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि वे साथ लगते पंजाब के क्षेत्रों मे ंस्थित अस्पतालों से संपर्क बनाए रखें। मेलों के दौरान खाद्य पदार्थो के भंडारण के लिए उन्होंने संबंधित विभाग को निर्देश दिए कि वे श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए साफ-सुथरी खाद्य सामग्री सही कीमत पर सुनिश्चित करें। अधिक दाम वसूलने वाले दुकानदारों के तुरंत चालान करें। मेले के दौरान रसोई गैस व मिट्टी के तेल का भंडारण भी सुनिश्चित किया जाए। मंदिर में नारियल और हलवा चढ़ाने पर प्रतिबंध रहेगा। मेले में सरकारी तंत्र को छोड़कर माइक, ढोल, नगाड़ों व दुकानदारों द्वारा सीडी कैसेट बजाने के अलावा गैंबलिंग पर भी प्रतिबंध रहेगा। असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं। एसडीएम एवं अध्यक्ष मंदिर न्यास डॉ. एमएल मेहता ने बताया कि मेलों के सफल आयोजन के लिए सभी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। बैठक में डीएसपी विनोद कुमार, मंदिर अधिकारी मदन लाल शर्मा, नगर परिषद अध्यक्ष मुनीष कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमएल कौशल सहित अन्य ने भाग लिया।