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रात के अंधेरे में स्मार्टफोन का इस्तेमाल बना देगा अंधा-रिसर्च

आज के समय में लोग अपने स्मार्टफोन को हमेशा साथ रखते हैं।दिन हो यार रात हर वक्त उसका इस्तेमाल करते हैं।नई रिसर्च में सामने आया है कि अंधेरे में स्मार्ट फोन का इस्तेमाल अंधा बनाता है

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sun, 26 Jun 2016 12:21 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jun 2016 12:42 PM (IST)
रात के अंधेरे में स्मार्टफोन का इस्तेमाल बना देगा अंधा-रिसर्च

लंडन,आईएएनएस। हमेशा स्मार्टफोन साथ रखकर सोने वाले लोगों के लिए खबर अच्छी नहीं है। रिसर्चरों को दो महिलाओं में ट्रांसिएंट स्मार्टफोन ‘ब्लाइंडनेस’ के लक्षण मिले। यह एक ऐसी अवस्था है, जिसमें अंधेरे में स्मार्टफोन्स में आंखें गड़ाने की वजह से इन महिलाओं के एक आंख की रोशनी चली गई। इस बीमारी की पहली मरीज 22 साल की इंग्लैंड की एक लड़की है। सोने से पहले उसे स्मार्टफोन में टकटकी बांध के देखने की आदत थी।

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www.npr.org की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ‘वह बाईं ओर लेटकर अपनी दाईं आंख खोलकर स्मार्टफोन की स्क्रीन देखती थी। उसकी बाईं आंख इस दौरान तकिए से बंद रहती थी।’ दूसरी महिला की उम्र 40 के लपेटे में है। उसे भी इसी तरह की समस्याएं आईं। वो सुबह उठने से पहले बेड पर लेटे लेट ही स्मार्टफोन पर खबरें पढ़ती थी। ऐसा एक साल तक चलता रहा, जब तक उसके आंखों की कॉर्निया क्षतिग्रस्त नहीं हो गई।

कई दूसरे मरीज ने कहा है कि उन्होंने भी स्मार्टफोन के यूजर के बाद आंखों की रोशनी कम होने का अनुभव हुआ है। उनके मुताबिक, अभी हमें स्मार्टफोन की रोशनी के कुप्रभाव के बारे में कुछ भी नहीं पता है। हालांकि, यह परेशान कर सकता है।

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