त्वचा की जांच से पता चलेगा अल्जाइमर का
वैज्ञानिकों ने ब़ढती उम्र की गंभीर बीमारियों अल्जाइमर और पार्किंसन की प्राथमिक स्तर पर जांच करने का एक तरीका ईजाद किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि त्वचा की जांच में ऐसे असामान्य प्रोटीनों के स्तर का पता लगाना संभव है, जो कि इन बीमारियों में पाए जाते हैं।
मेक्सिको सिटी। वैज्ञानिकों ने ब़ढती उम्र की गंभीर बीमारियों अल्जाइमर और पार्किंसन की प्राथमिक स्तर पर जांच करने का एक तरीका ईजाद किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि त्वचा की जांच में ऐसे असामान्य प्रोटीनों के स्तर का पता लगाना संभव है, जो कि इन बीमारियों में पाए जाते हैं।
मेक्सिको की सैन लुईस पोटोसी यूनिवर्सिटी के इल्डेफोंसो ने बताया, 'अब तक दिमाग की बायोप्सी किए बिना इन बीमारियों का पता लगाना संभव नहीं है। ऐसे में अक्सर पूरी तरह से ब़ढने से पहले इन बीमारियों की पहचान नहीं हो पाती है।' उन्होंने कहा, 'हमने अनुमान लगाया कि भ्रूण के समय त्वचा और दिमाग के टिश्यू एक ही प्रक्रिया से बनते हैं, ऐसे में संभव है कि त्वचा में उन असामान्य प्रोटीन को पहचाना जा सके। इस शोध से ऐसा बायोमार्कर बनाया जा सकता है, जिससे डॉक्टर इन बीमारियों को प्राथमिक स्तर पर ही जांच सकें।'
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