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वर्ल्‍ड टॉयलेट डे पर आरबी, यूएसआईडी और ई वाई ने लॉन्‍च किया हाइजीन इंडेक्‍स

अग्रणी भारतीय और यूएस संगठनों ने 'स्‍वच्‍छ भारत अभियान' में सहायता करने के लिए सहयोग किया। नए कार्यक्रम के अंतर्गत 25 भारतीय शहर स्‍वच्‍छ बनाए जाएंगे।

By Pratibha Kumari Edited By: Published: Fri, 02 Dec 2016 12:00 PM (IST)Updated: Fri, 02 Dec 2016 12:35 PM (IST)
वर्ल्‍ड टॉयलेट डे पर आरबी, यूएसआईडी और ई वाई ने लॉन्‍च किया हाइजीन इंडेक्‍स

भारत सरकार की नई अग्रणी शुरूआत 'स्वच्छ भारत अभियान' की सहायता करने के लिए आरबी ने यूएस अंतर्राष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसआईडी) और ई वाई के सहयोग से आज नया स्वच्छता इंडेक्स कार्यक्रम लाॅन्च किया। यह घोषणा मुम्बई में आयोजित ग्लोबल सिटीजन फेस्टिवल में की गई जहां हजारों लोग मुख्य अंतर्राष्ट्रीय समस्याओं की चर्चा करने के लिए इकट्ठे हुए। इनमें स्वच्छता और सफाई की समस्या भी शामिल थी।
आरबी के अभियान 'बनेगा स्वच्छ भारत' के पूरक के रूप में स्वच्छता सूचकांक छह क्षेत्रों पर केद्रित है, जिनमें जल, ठोस कचरा, मल निकास, टाॅयलेट, स्वास्थ्य एवं व्यवहार परिवर्तन के लिए सम्प्रेषण शामिल हैं। इस सूचकांक की गणना 100 से अधिक शहरों के लिए की जाएगी, जो प्राथमिक और द्वितीय आंकड़ा संग्रह और भागीदारों के परामर्श पर आधारित होगी।

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पहले चरण में पुणे, नागपुर, भुवनेश्वर एनडीएमसी, वाराणसी, विजाग, और उदयपुर सहित 10 शहर शामिल हैं, जिनका विश्लेषण जनवरी 2017 तक किया जाएगा। टूल का प्रयोग करते हुए शहरों के कार्यप्रदर्शन को बें्क किया जाएगा और आसानी से तुलना की जाएगी, जिसके साथ साथ अपनाए गए बेहतरीन कार्यव्यवहारों का भी विश्लेषण किया जाएगा। इसमें सभी शहरों के लिए एक हीटमैप निवेश का विकास शामिल है, जो विभिन्न विभागों द्वारा किए गए निवेश को दर्शाता है। एक वार्षिक स्वच्छता पुरस्कार कार्यक्रम का अयोजन वर्ष के अंत में किया जाएगा, जिसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले शहरों को सम्मानित किया जाएगा।

इस अवसर पर बोलते हुए श्री नितिश कपूर, क्षेत्रिय निदेशक-आरबी दक्षिण एशिया ने कहा, 'आरबी में हमारा निरंतर प्रयास यह रहता है कि स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्र में व्यवहार परिवर्तन में योगदान दिया जाए। आज जारी स्वच्छता सूचकांक एक लक्षित उपागम प्रदान करके हमारे आंदोलन को मजबूत बनाएगा। हम इस कार्यक्रम के प्रभाव के बारे में आशावादी हैं और सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने में हमारे सहयोगियों के साथ मिलकर काम करने की उम्मीद करते हैं।' उन्होंने आगे बताया, ''बनेगा स्वच्छ भारत' कार्यक्रम की शुरूआत से लेकर आरबी जमीनी स्तर पर काम करते हुए भारत में सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए अपने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से 8.1 मिलियन लोगों तक पहूंच चुका है।'

हिस्सेदारी और यूएस सरकार द्वारा भारत के सार्वभौमिक स्वच्छता के लक्ष्य को आगे बढाने के लिए सहायता दिए जाने के वचन के बारे में बात करते हुए भारत में यूएसएआईडी मिशन के उप निदेशक इदरिस डियाज ने बताया, 'संयुक्त राज्य पीने के लिए साफ पानी की उपलब्धता में सुधार और जल, सफाई और बेहतरीन कार्यव्यवहारों में सुधार के लिए हम भारत सरकार और पब्लिक एवं प्राइवेट हिस्सेदारों के साथ हिस्सेदारी करेंगे। ग्लोबल सिटीजन फेस्टिवल में आज इतने सारे लोगों को देखकर हम उत्साहित हैं, जो भारत में जल एवं स्वच्छता में सुधार करने के लिए कदम उठा रहे हैं। यह महत्वपूर्ण है और ईवाई और आरबी के साथ भागीदारी करने पर गर्व महसूस करते हैं और स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढाने में हमारी तरफ से बेहतरीन प्रयास करेंगे। यह सूचकांक 25 शहरों और उनके नागरिकों को जल, मल निकास और स्वच्छता सभी को प्रदान करने के लिए कदम उठाने के लिए सशक्त बनाएगा।'

स्वच्छता सूचकांक को सरकार की अपने शहरों के स्वच्छता स्तर के मापन और सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने के लिए एक माॅनिटरिंग टूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। एक 'आइडियाएशन लैब' भी इस कार्यक्रम में सहायता कर रहा है जो महत्वपूर्ण तकनीकी आंकड़ों को प्रदान करेगा और कार्यक्रम को दिशा प्रदान करेगा। इस 'आइडियाएशन लैब' में अनुसंधान संस्थानों, स्वास्थ्य संस्थानों, मल्टी-लेटरल डोनर एजेंसियों और विभिन्न सरकारी एजेंसियों के सदस्य शामिल होंगे।

आरबी के बारे मेंः

आरबी संसार की अग्रणी उपभोक्ता स्वास्थ्य एवं स्वच्छता कम्पनी है। यह कम्पनी 60 से भी अधिक देशों में कार्यरत है जिसके मुख्यालय लंदन, दुबई और एमस्टरडम में हैं और अपने उत्पाद लगभग 200 देशों में बेचती है। कम्पनी के पास दुनिया भर में 37,000 कर्मचारी कार्यरत हैं।

स्वच्छ जिंदगी खुश परिवार के लक्ष्य के साथ आरबी चोटी की 20 कम्पनियों में से एक है, जिन्हें लंदन स्टाॅक एक्सचेंज में सूचिबद्ध किया गया है। आज तेजी से विकास करने वाली कम्पनियों की श्रेणी में यह दुनिया की नम्बर 1 या नंबर 2 कम्पनी है। इसके स्वास्थ्य, स्वच्छता और होम पोर्टफोलियो में न्युरोफेन, स्ट्रेपसिल, गेविसकाॅन, म्युसिनेक्स, ड्युरेक्स, स्कोल, क्लीयरासिल, लाइजाॅल, डेटाॅल, वीट, हार्पिक, बैंग, मोर्टिन, फिनिश, वेनिश, केलगाॅन, एयरविक, वुलाइट और फ्रेंचिंज के 19 ब्रांड हैं। इसकी आय का 80 प्रतिशत हिस्सा इसके पोर्टफोलियो की स्वास्थ्य एवं स्वच्छता की श्रेणी से आता है।

नई प्रतिभाओं, जो बौद्धिक जिज्ञासा और उच्च गुणवत्ता के मानदण्डों का मेल करते हैं, से शक्तिप्राप्त आरबी उपभोक्ता स्वास्थ्य एवं स्वच्छता की दुनिया को पुनःपरिभाषित करता है। आरबी की सफलता का श्रेय इसके लोगों और इसकी संस्कृति को जाता है। वे उपलब्धियों के लिए अभिप्रेरित हैं और जहां भी वे ध्यान देते हैं वहां अपनी क्षमता से अधिक करने की इच्छा रखते हैं, जिसमें चिरस्थायीत्व भी शामिल है। यहां कम्पनी वर्ष 2020 तक पानी के प्रयोग में 1/3 की कटौती करने का लक्ष्य रखती है, कार्बन में 1/3 की कटौती और अपनी शुद्ध आय का 1/3 हिस्सा अधिक चिरस्थायी उत्पादों से प्राप्त करने का लक्ष्य रखती है। डायरिया से मरने वाले पांच साल से कम आयु के बच्चों को बचाने के उद्देश्य से एक नई भागीदार के साथ आरबी 'सेव द चिल्ड्रन' कार्यक्रम का सबसे बड़ा एफएमसीजी ग्लोबल पार्टनर है। कुल मिलाकर आरबी 200 मिलियन लोगों तक पहुंचना चाहती है, ताकि उनके स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी व्यवहार में सुधार लाया जा सके।

अधिक जानकारी के लिए www.rb.com पर विजिट करें।

आरबी रिकेट बेंकाइजर कम्पनी समूह का एक व्यापारिक नाम है।

यूएसएआईडी के बारे मेंः

संयुक्त राज्य अंतर्राष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसएआईडी) अत्यधिक गरकबी को खत्म करने और दृढ निश्चयी और लोकतांत्रिक समाजों का विकास करने के लिए कार्य करती है। यूएसएआईडी एक स्वतंत्र सरकारी एजेंसी है, जो संयुक्त राज्य की विदेश नीति के अनुसार दुनिया भर में आर्थिक विकास और मानवतावादी सहायता प्रदान करती है। भारत की विकास करती हुई अर्थव्यवस्था और मानव संसाधनों की सहायता करते हुए यूएसएआईडी दोनों देशों की शक्तियों और क्षमताओं का प्रयोग कर रही है, ताकि न केवल भारत में बल्कि विश्वभर में विकास की चुनौतियों का सामना किया जा सके। अपनी गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में यूएसएआईडी चिरस्थायीत्व और स्वामीत्व के लिए सहायता करने के लिए प्राइवेट सेक्टर के साथ भागीदारी करती है जिसका फोकस स्वास्थ्य, शहरी जल और मल निकास, खाद्य सुरक्षा, मौसम परिवर्तन, प्राथमिक शिक्षा, और महिला सशक्तिकरण जैसी समस्याओं पर है।


और अधिक जानकारी के लिए विजिट करें www.usaid.gov/india

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प्रिया सराओगी 7042220292 priya@integralpr.com
पल्लवी दास 9910982782 pallavi@integralpr.com


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