प्रीवेंटिव हेल्थ टेस्ट्स हिफाजत आपके हाथ
स्वस्थ होने की स्थिति में अगर आप डॉक्टर के पास जाकर उनके परामर्श पर कुछ मेडिकल टेस्ट कराते हैं, तो कालांतर में कई रोगों से बच सकते हैं...
स्वस्थ होने की स्थिति में अगर आप डॉक्टर के पास जाकर उनके परामर्श पर कुछ मेडिकल टेस्ट कराते हैं, तो कालांतर में कई रोगों से बच सकते हैं...
आपाधापी भरी तनावपूर्ण जीवन-शैली से संबंधित रोगों ने देश में महामारी का रूप धारण कर लिया है। हाई ब्लडप्रेशर, हदय रोग, मधुमेह डाइबिटीज) और मोटापा गलत जीवन-शैली से संबधित कुछ प्रमुख रोग हैं। हम डॉक्टर के पास तभी जाते हैं, जब बीमार पड़ते हैं या दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं, लेकिन आज यह बहुत जरूरी है कि हम जब निरोग हों, तो शारीरिक स्वास्थ्य परीक्षण या प्रीवेंटिव हेल्थ टेस्ट अवश्य करवाएं ताकि आपको अपने स्वास्थ्य से संबंधित खतरों की जानकारी समय रहते ही मिल जाए, तभी आप सजगता बरतकर और परहेज कर सुखी व स्वस्थ रह सकते हैं।
शरीर पर दें ध्यान
लोग प्रति वर्ष लगभग दो या तीन बार अपनी कारों की सर्विस करवाते हैं। इस सर्विस में लगभग 5 से 10
हजार रुपए खर्च होते हैं, लेकिन क्या हम अपने शरीर की देखभाल भी उसी तरह करते हैं?
प्रतिदिन हमारा दिल 1 लाख बार धड़कता है, 2000 गैलन रक्त शरीर की 60 हजार लम्बी रक्त वाहिनियों में
पहुंचाता है और यह कार्य निरन्तर किसी बाधा के बगैर औसतन 70 वर्ष करता है। क्या आपने कभी सोचा है
कि आपको अपने आवश्यक शारीरिक मापदंड की जानकारी है। जैसे कमर की माप, आदर्श वजन, रक्तचाप (ब्लडप्रेशर), ब्लड ग्लूकोज और कोलेस्टेरॉल आदि। आमतौर पर पुरुषों में कमर 85 इंच और महिलाओं में 80 इंच निर्धारित है। याद रहे बढ़ती कमर मोटापे को बुलावा देती है। मोटापा अनेक रोगों की जड़ है। रक्तचाप लगभग 130/85 से अधिक नहीं होना चाहिए। खाली पेट ग्लूकोज लगभग 70 से 100 मिग्रा. और खाने के बाद लगभग 110-140 मिग्रा. तक होना चाहिए। इसी प्रकार कोलेस्टेरॉल 200 मिग्रा., ट्राइग्लिसराइड 150 मिग्रा., एचडीएल कोलेस्टेरॉल 50 मिग्रा से अधिक होना चाहिए। वहीं एलडीएल कोलेस्टेरॉल 100 मिग्रा. से कम होना चाहिए।
इन लोगों के लिए जरूरी हैं टेस्ट
- जिन लोगों के परिवार के किसी सदस्य को ब्लडप्रेशर या हृदय रोग की समस्या हो।
- मोटापा से ग्रस्त लोग।
- मधुमेह के साथ जी रहे लोग।
- धूम्रपान करने वाले और शराब पीने वाले लोग।
- परिवार के किसी सदस्य को हदय रोग हो।
- क्रोधी व उग्र स्वभाव के लोग।
- जिन परिवार में कोई सदस्य कैंसर से ग्रस्त हो।
ध्यान दें कि यदि कोई धूम्रपान करता है और वह मधुमेह व उच्च रक्तचाप से भी ग्रस्त है, तो हृदय
रोग की संभावना 16 गुना बढ़ जाती है। यदि आज अचानक दिल का दौरा पड़ जाता है, तो परिवार में कोहराम मच जाता है। आपाधापी में आपातकालीन परिस्थिति में मरीज को अस्पताल के आईसीयू में दाखिल कराया जाता है। मरीज की इस स्थिति में बाईपास सर्जरी या कोरोनरी स्टेंट लगते हैं, जिनका खर्चा आम तौर पर लगभग तीन लाख आता है। यदि बीमारी के बगैर एक निश्चित अंतराल पर शारीरिक परीक्षण कराया जाए, तो
प्रतिदिन 10 रुपए के हिसाब से लगभग 3650 रुपए में जरूरी शारीरिक मापदंडों की जांच हो सकती हैं। ध्यान रहे कि रोगग्रस्त होने से उसका बचाव करना अच्छा है।
डॉ.अनिल चतुर्वेदी सीनियर फिजीशियन
पुष्पावती सिंघानिया अस्पताल, नई दिल्ली
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