क्या करें जब आए नाक से खून
नाक से खून आने की समस्या गर्मियों में ज्यादा बढ़ जाती है। नाक के बीच की हड्डी के आगे के भाग में खून की कई नसें आपस में मिलकर एक जाल-सा बनाती हैं, जिसे 'लिटिल्स एरिया- कहते हैं। अधिकतर मरीजों में नाक से खून इसी जगह से ज्यादा आता है।
नाक से खून आने की समस्या गर्मियों में ज्यादा बढ़ जाती है। नाक के बीच की हड्डी के आगे के भाग में खून की कई नसें आपस में मिलकर एक जाल-सा बनाती हैं, जिसे 'लिटिल्स एरिया- कहते हैं। अधिकतर मरीजों में नाक से खून इसी जगह से ज्यादा आता है। सांस लेने में गर्म हवा जब इस भाग से टकराती है, तो वहां पर सूखापन आ जाता है और पपड़ी पडऩे लगती है। जैसे ही जब कोई व्यक्ति इस पपड़ी को नाक में उंगली डालने की
आदत के कारण निकालता है, तब खून निकलने लगता है।
कुछ प्रमुख कारण
कई कारणों से नाक में खून आ सकता है...
- बहुत गर्म वातावरण में रहना।
- हाई ब्लडप्रेशर में भी नाक से खून आता है।
- नाक में चोट लगना।
- नाक में कोई बाहरी चीज चली जाए।
- नाक में किसी तरह का संक्रमण होना,
बैक्टीरिया या वाइरस का प्रकोप।
प्राथमिक उपचार
- मरीज को बैठाकर उसकी नाक के अगले हिस्से को कुछ मिनट के लिए दबाकर रखना
चाहिए। दबाब पडऩे से खून रुक जाता है।
- नाक पर बर्फ रखें।
- जब खून निकल रहा हो, उस वक्त मरीज को लिटाना नहीं चाहिए। इससे खून गले से होकर
पेट में जाने लगता है और मरीज को उल्टियां व पेट में दर्द हो सकता है। ज्यादातर मरीजों में
प्राथमिक उपचार के बाद रक्त आना बंद हो जाता है। यदि खून आना बंद न हो या बार-
बार आए, तो किसी नाक, कान व गला विशेषज्ञ से परामर्श लें ताकि खून आने की
वजह का पता लगाया जा सके। विशेषज्ञ डॉक्टर द्वारा खून रोकने के लिए कई विधियां
अपनायी जाती हैं।
ध्यान दें
गर्मियों के मौसम में चिलचिलाती धूप से निकलकर सीधे एयर कंडीशन वाले कमरे में या
फिर कूलर वाले कमरे में न जाएं। थोड़ी देर रुकने के बाद ही कमरे में प्रवेश करें।
डॉ. रोहित मेहरोत्रा
नाक, कान व गला विशेषज्ञ