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सरगम भुलाए हर गम

व्यस्त जीवनशैली ने नई तकलीफें दी हैं हमें, मगर सरगम के सात स्वर कई दुख्रों और पीड़ाओं से उबार सकते हैं। अब तो म्यू्जिक थेरैपी के जरिये कई रोगों का उपचार भी किया जाने लगा है तो इस सारेगामा को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं, खुश रहें और गुनगुनाएं...

By Babita kashyapEdited By: Published: Sat, 26 Sep 2015 01:24 PM (IST)Updated: Sat, 26 Sep 2015 01:27 PM (IST)
सरगम भुलाए हर गम

व्यस्त जीवनशैली ने नई तकलीफें दी हैं हमें, मगर सरगम के सात स्वर कई दुख्रों और पीड़ाओं से उबार सकते हैं। अब तो म्यू्जिक थेरैपी के जरिये कई रोगों का उपचार भी किया जाने लगा है तो इस सारेगामा को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं, खुश रहें और गुनगुनाएं...

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कहते हैं संगीत में वह ताकत है, जो कई तनावों से निजात दिला सकती है। वर्कआउट करते हुए, सुबह की सैर या शाम की चाय के वक्त संगीत का साथ दिन को दिलचस्प बना देता है। मधुर व कर्णप्रिय संगीत से कई रोगों के उपचार में भी मदद मिलती है।

म्यूजिक थेरैपी

आजकल संगीत के जरिए कई रोगों का इलाज किया जाने लगा है। संगीत दबाव-तनाव और बैचेनी से मुक्त करता है और मन को सुकून देता है। एकाग्रता के लिए भी यह जरूरी है। नए शोधों से पता चला है कि यह कई तरह के दर्द को कम सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान संगीत सुनने से भ्रूण का विकास बेहतर होता है और उसमें संगीत के प्रति लगाव पैदा होता है। इन्सोम्निया या अनिद्रा की स्थिति में भी संगीत कारगर है। सोने से पहले 15-20 मिनट धीमा संगीत सुनने से नींद अच्छी आती है। डेस्क जॉब या कंप्यूटर के आगे कई घंटे काम करने वाले लोगों को भी संगीत सुनने से राहत मिलती है। यह हृदय संबंधी रोगों में भी मददगार है। बच्चों में एकाग्रता की कमी हो तो उन्हें संगीत सुनाएं। साथ ही उन्हें वाद्य यंत्र बजाने को दें, इससे उन्हें लाभ होगा। बांसुरी और मुंह से बजाए जाने वाले अन्य वाद्य यंत्र फेफेड़ों और सांस की समस्या में बहुत कारगर हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि संगीत सुनने से मस्तिष्क में हॉर्मोन डोपामाइन का स्राव तेजी से होता है। यही केमिकल मूड को आनंददायक स्थिति में लाता है।

शोध बताते हैं

1. अमेरिका के एक माईंड बॉडी वेलनेस सेंटर और लोमा लिंडा यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध के मुताबिक संगीत सुनने या बजाने से तनाव कम होता है। यही नहीं गिटार या सितार बजाते समय होने वाली उत्तेजना ऐसे हॉर्र्मोंस का स्राव करती है, जिससे मन और शरीर संतुलित रहता है।

2. स्कॉटलैंड में हुए एक शोध के अनुसार वाद्य यंत्र बजाने से दिमाग तेज होता है, जो लोग विभिन्न प्रकार के वाद्ययंत्र बजाते हैं, उन्हें भविष्य में डिमेंशिया, अलजाइमर्स और मनोवैज्ञानिक समस्याएं कम होती हैं।

3. नीदरलैंड के शोधकर्ताओं का कहना है कि रोज डेढ़ घंटा रियाज करने से दिल की धड़कन सुचारु रहती है और हाई ब्लडप्रेशर की समस्या में राहत मिलती है।

4. यूनिवर्सिटी ऑफ यूटा के पेन रिसर्च सेंटर में हुए अध्ययन में पाया गया कि संगीत से शरीर में होने वाले दर्द में कमी आ सकती है। इसकी एक वजह यह भी है कि गाते और बजाते समय संगीत पर ही ध्यान केंद्रित रहता है, इसलिए दर्द पर ध्यान नहीं जाता।

5. मिशिगन यूनिवर्सिटी में हुए अध्ययन के अनुसार कम उम्र से संगीत सीखने वाले लोग भविष्य में अपने कॅरियर में सफल रहते हैं।

6. आत्मविश्वास जगाने के लिए लोग काफी समय और ऊर्जा खर्च करते हैं। यूएस के डेली न्यूज पेपर 'द हफिंग्टन पोस्टÓ ने अमेरिका और ब्रिटेन में हुए कई अध्ययनों के आधार पर आत्मविश्वास जगाने के लिए कुछ खास टिप्स प्रस्तुत किए हैं जैसे, इंटरव्यू पर जाने से पहले तेज संगीत सुनने से आत्मविश्वास बढ़ता है। नॉर्थ वेस्टर्न यूनिवर्सिटी में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि यदि उदासी या अकेलापन महसूस कर रहे हों तो फास्ट बीट वाला संगीत सुनें। इससे मन में जोश और ऊर्जा का

संचार होता है।


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