जानिए, हाइवे पर सुरक्षित बाइकिंग के टिप्स
एक ऑटो इंथ्यूजियास्ट से जब आप सवाल करेंगे कि उसे कार या बाइक में सबसे ज्यादा पसंद क्या है तो ज्यादातर जवाब बाइक के फेवर में आएंगे। मौजूदा समय की बात करें तो देश का 80 फीसद युवा बाइकिंग का दीवाना है। जो बाइक खरीदने की क्षमता नहीं रखते वो
एक ऑटो इंथ्यूजियास्ट से जब आप सवाल करेंगे कि उसे कार या बाइक में सबसे ज्यादा पसंद क्या है तो ज्यादातर जवाब बाइक के फेवर में आएंगे। मौजूदा समय की बात करें तो देश का 80 फीसद युवा बाइकिंग का दीवाना है। जो बाइक खरीदने की क्षमता नहीं रखते वो अपनी दीवानगी दोस्त से बाइक उधार लेकर या फिर उसके बारे में पढ़कर जाहिर कर देते हैं। राइडिंग एक रोमांचक पल होता है, लेकिन यह रोमांच अगर सुरक्षित है तो मजा दुगुना हो जाता है। बाइक राइडिंग एक कला है अगर आप बाइकिंग के दीवाने हैं और हाईवे राइडिंग आपको पसंद है तो हम आपके लिए कुछ ऐसे टिप्स लेकर आए हैं जिससे आपकी राइड एकदम सुरक्षित हो जाएगी। तो आइए आपको बिंदुवार कुछ जरूरी बातों से रूबरू करवाते हैं।
सारे गियर पहनें
हाईवे पर बाइक राइडिंग से पहले अपने सारे गैजेट्स जरूर पहन लें, जिसमें हेलमेट, राइडिंग ग्लव्स, जैकेट, एल्बो तथा नी गार्ड आदि शमिल हैं। हाइवे पर राइडिंग के समय यह पता नहीं होता कि आने वाला रास्ता कब खराब मिल जाए, जिसमें आपका संतुलन बिगड़े और आप गिर जाएं। ऐसी किसी भी स्थिति में ये गियर जीवनदायक सिद्व होते हैं। रेस ट्रैक पर कई सारे एक्सीडेंट आपने बाइक रेसिंग के दौरान देखे होंगे, जिसमें राइडर 200किमी प्र घंटा की गति होने के बावजूद एक्सीडेंट में सुरक्षित बच जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वह अपने सारे गियर पहनकर रखता है।
निकलने से पहले ध्यान दें
बाइक की सर्विस हर 2500 किलोमीटर पर करवानी अनिवार्य मानी गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि उसका इंजिन ऑयल इसके बाद इफेक्टिव नहीं रह जाता है, जिसके कारण इंजिन अपनी क्षमता व पिकअप को खोने लगता है। साइलेंसर से काला धुआं निकलने लगता है। बहुत से लोग बाइक सर्विस का ध्यान एकदम नहीं देते, जिससे बाइक का पूरा ऑयल जल जाता है और इसके बाद उसका इंजिन पेट्रोल को जलाकर काला धुआं फेंकने लगता है। इससे साफ है कि बाइक का इंजन किसी भी समय सीज हो सकता है। इसलिए जब आप हाइवे पर निकलने का प्लान करें तो बाइक सर्विस जरूर करवाएं तथा टायरों में हवा का प्रेशर जरूर जांच लें।
इयर फोन का न करें प्रयोग
हाइवे पर चलने वाली हर गाड़ी स्पीड में होती है ऐसे अचानक से ब्रेक लगाना मुमकिन नहीं हो पाता। इसके लिए सतर्क होकर चलना पड़ता है। पीछे से आने वाले वाहन की आवाज सुनने के लिए कानों में ईयरफोन न ही लगाएं तो बेहतर है साथ ही तेज आवाज में म्यूजिक सुनने से भी बचें, ऐसा करके आप पूरी सतर्कता के साथ एक बेहतरीन खुशनुमा राइड को अंजाम दे सकते हैं।
लाइन पर रखें नजर
बाइक राइडिंग करते समय नजर कहीं और भ्रमित न होने दें, सीधे लाइन पर नजर रखने के साथ साइड मिरर भी चेक करते रहें। ऐसा करके आप राइड को न सिर्फ सहज बनाएंगे, बल्कि किसी दुर्घटना से भी बच जाएंगे।
गति का निर्णय अपने कंट्रोल से लें
स्पीड बुरी नहीं है अगर आपका नियंत्रण उस पर है, लेकिन अगर आप एक मंझे हुए राइडर नहीं हैं और इमरजेंसी में आपको 100 की गति से महज 50 मीटर के अंदर रुकना हो तो मुश्किल आ सकती है। इसलिए बाइक की गति को उतनी ही रखें जितने पर आपका नियंत्रण हो। एक चीज जरूर ध्यान रहे अगर आपकी बाइक 45 किमी प्र घंटा से नीचे या फिर 65 किमी प्र घंटा की गति से ऊपर है तो आपको माइलेज अच्छा नहीं मिलेगा। अब आप पर निर्भर करता है कि कम खर्चे में अधिक दूरी कैसे तय करें।
फुल फेस हेलमेट लगाएं
लंबी दूरी की यात्रा में फुल फेस हेलमेट राइडर को तरोताजा रखते हैं। इसलिए बढिय़ा गुणवत्ता वाला हेलमेट लगाएं साथ ही धूप के लिए काला वाइजर तथा रात के राइडिंग के लिए क्लेयर वाइजर साथ में रखें जो परिस्थिति के अनुरूप आप बदल सकें। ऐसा करके आप अपनी राइड को सुकून भरी बना सकते हैं।
(अमित द्विवेदी)