माइग्रेन और मुंह में पाए जाने वाले बैक्टीरिया के बीच होता है गहरा ताल्लुक
अमेरिका की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता एंटोनियो गोंजालेज ने कहा कि चॉकलेट, शराब और विशेष रूप से नाइट्रेट वाले खाद्य पदार्थ माइग्रेन की शुरुआत करते हैं।
नई दिल्ली, आइएएनएस। माइग्रेन और मुंह में पाए जाने वाले बैक्टीरिया के बीच गहरा ताल्लुक पाया गया है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों के मुंह में इनकी संख्या ज्यादा होती है। इनमें नाइट्रेट को परिवर्तित करने की क्षमता ज्यादा होती है। इससे हृदय के चंगा रहने के साथ ब्लड प्रेशर सही रखने में मदद मिल सकती है। अमेरिका की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता एंटोनियो गोंजालेज ने कहा कि चॉकलेट, शराब और विशेष रूप से नाइट्रेट वाले खाद्य पदार्थ माइग्रेन की शुरुआत करते हैं।
हमें लगा कि शायद लोगों के खानपान, उनके बैक्टीरिया और माइग्रेन के बीच संबंध है। नाइट्रेट परिष्कृत मांस और हरे पत्तेदार सब्जियों और कुछ दवाओं में पाया जाता है। मुंह में पाए जाने वाले बैक्टीरिया से नाइट्रेट को कम किया जा सकता है। यह जब खून में प्रवाहित होता है तो नाइटिक ऑक्साइड में बदल जाता है। नाइटिक ऑक्साइड रक्त प्रवाह में सुधार और ब्लड प्रेशर कम करने के साथ ही हृदय की सेहत में सहायक होता है।
टाइप-2 डायबिटीज से दूर रखेगा व्यायाम
टाइप-2 डायबिटीज से बचाव का आसान रास्ता खोज लिया गया है। इसे नियमित व्यायाम से टाला जा सकता है। रोजाना एक घंटे व्यायाम करने से इसके खतरे को 40 फीसद तक कम किया जा सकता है। यह दावा नए शोध में किया गया है। शोधकर्ताओं के अनुसार, रोज तेज गति से चलने या हफ्ते में 150 मिनट तक साइकिल चलाने से भी टाइप-2 डायबिटीज का जोखिम 26 फीसद तक कम हो सकता है।
यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑॅफ लंदन की शोधकर्ता एंडिया स्मिथ ने कहा, ‘हमारे अध्ययन से यह बात जाहिर होती है कि शारीरिक गतिविधियों से टाइप-2 डायबिटीज की वृद्धि पर अंकुश लग सकता है।’ यह निष्कर्ष पूर्व के 23 अध्ययनों के विश्लेषण के आधार पर निकाला गया है।