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बचें बनियन फुट से

ऊंची एड़ी के या फिर टाइट जूते पहनने और कुछ अन्य कारणों से पैरों में बनियन फुट नामक समस्या पैदा हो सकती है, जिसका अब कारगर इलाज संभव है...

By Babita kashyapEdited By: Published: Tue, 05 Jan 2016 02:48 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jan 2016 03:09 PM (IST)
बचें बनियन फुट से

आपके पैर के अंगूठे को जोडऩे वाली हड्डी में दर्द के साथ उभार हो, तो ऐसी संभावना है कि आप बनियन फुट नामक विकृति से पीडि़त हैं। मोटे तौर पर बनियन फुट की समस्या तभी पैदा होती है, जब आपके वजन का दबाव पैरों के जोड़ों और नसों पर असमान रूप से बढ़ जाता है। दबाव का यह असंतुलन आपके अंगूठे के

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बड़े जोड़ को अस्थिर बना देता है। इसके परिणामस्वरूप जोड़ का वह हिस्सा सख्त गांठ में बदल जाता है और वह पैर के सामान्य आकार से बाहर उभर आता है।

कारण- ऊंची एड़ी के या बहुत छोटे जूते या सख्त जूते पहनना बनियन फुट नामक समस्या का एक कारण माना जा सकता है, वहीं पैरों के वंशानुगत प्रकार, चोट लगना या जन्म के समय किसी अन्य तरह की विकृति भी पैर की इस बीमारी का कारण है। बनियन फुट का संबंध अर्थराइटिस के कुछ खास प्रकार से भी माना जाता है- खासकर रूमैटॉइड अर्थराइटिस से।

बनियन फुट कैसे प्रभावित करता है- बनियन फुट से पीडि़त व्यक्ति के अंगूठे का आकार मेटाटार्सोफैलेनजील ज्वाइंट) बड़ा होकर बाहर निकल जाता

है। इस कारण मेटाटार्सोफैलेनजील ज्वाइंट के ऊ पर की त्वचा लाल और मुलायम हो जाती है। ऐसे में किसी भी तरह का जूता पहनने पर दर्द होता है और हर कदम पर यह जोड़ मुड़ जाता है। जितना बड़ा बनियन होगा, आपके चलने में उतनी ही तकलीफ होगी। आम तौर पर आपके पैर का अंगूठा इसके बाद वाली अंगुली की ओर मुड़ा हो सकता है या हमेशा इसी के नीचे इस हद तक मुड़ा रह सकता है कि आपके तलवे की त्वचा मोटी और पीड़ादायी हो सकती है। कई बार गंभीर स्थिति का बनियन फुट आपके पैर को कुरूप बना देता है।

इलाज- वैसे तो बनियन फुट का इलाज संभव है, लेकिन जब यह रोग स्थायी हो जाए, तो सर्जिकल इलाज के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाता। फुट एंड एंकल स्पेशलिस्ट आपके पैर की जांच करने के बाद ही बनियन फुट की पहचान कर सकता है।

सर्जरी की जरूरत: यदि जूते की सही पैडिंग से जूते के प्रकार बदलने और दवाओं आदि यानी परंपरागत इलाज से पीडि़त शख्स को राहत नहीं मिलती हैं, तब सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।

मददगार टिप्स

- सुनिश्चित करें कि आपका जूता आपके अंगूठे में जकडऩ या परेशानी न पैदा करे।

- आपके जूते आपके पैर के आकार में ही होने चाहिए ताकि पैर के किसी हिस्से को मोडऩा न पड़े या उस पर दबाव न पड़े।

- नोकदार अंगूठे वाले जूते न पहनें एवं हाई हील वाले जूते या सैंडल न पहने।

डॉ.प्रदीप मूनोट स्पेशलिस्ट- नी, फुट एंड ऐंकल सर्जरी


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