हृदय रोग की दवा से पैंक्रियाटिक कैंसर का इलाज
पैंक्रियाटिक कैंसर सेल्स में कोलेस्ट्रॉल मेटाबोलिज्म को नियंत्रित किए जाने से इसका दूसरे अंगों तक फैलाव रोका जा सकता है।
न्यूयॉर्क। पैंक्रियाटिक या अग्नाशय कैंसर के इलाज में एक तरीका कारगर साबित हो सकता है। हृदय रोग के उपचार में काम आने वाली कुछ दवाओं से इस घातक बीमारी का इलाज हो सकता है।
ये दवाएं धमनी में एथेरोस्क्लेरोसिस के विकास पर विराम लगाती हैं। यह दिल की बीमारी की सबसे बड़़ी वजह होती है। ऐथेरोस्क्लेरोसिस की वजह से धमनियों में वसा और कोलेस्ट्रॉल बनता है। इससे खून के प्रवाह में भी रकावट आती है। नए शोध में पाया गया है कि पैंक्रियाटिक कैंसर सेल्स में कोलेस्ट्रॉल मेटाबोलिज्म को नियंत्रित किए जाने से इसका दूसरे अंगों तक फैलाव रोका जा सकता है।
अमेरिका की पड्र्यू यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर शीन चेंग ने कहा, 'हमने पैंक्रियाटिक कैंसर को परीक्षण के लिए चुना क्योंकि यह सभी प्रकार के कैंसर में सबसे घातक बीमारी है।' शोध से जु़डे एक अन्य शोधकर्ता इंडियाना यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर जिंगवू ने कहा, 'इसके निष्कर्षों से पैंक्रियाटिक कैंसर के उपचार का एक नया रास्ता प्रशस्त हुआ है।' शोध का प्रकाशन जर्नल आनकोजीन में किया गया है।