Move to Jagran APP

दिल की देखभाल

इन दिनों उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। जाड़े के इस मौसम में हाई ब्लडप्रेशर और हृदय रोगों के मामले अन्य ऋतुओं की तुलना में कहीं ज्यादा बढ़ जाते हैं लेकिन कुछ सजगताएं बरतकर इन रोगों को नियंत्रित किया जा सकता है...

By Babita kashyapEdited By: Published: Tue, 20 Jan 2015 03:58 PM (IST)Updated: Tue, 20 Jan 2015 04:07 PM (IST)
दिल की देखभाल

इन दिनों उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। जाड़े के इस मौसम में हाई ब्लडप्रेशर और हृदय रोगों के मामले अन्य ऋतुओं की तुलना में कहीं ज्यादा बढ़ जाते हैं लेकिन कुछ सजगताएं बरतकर इन रोगों को नियंत्रित किया जा सकता है...

loksabha election banner

सर्दियों में धमनियां सिकुड़ने से हाई ब्लड प्रेशर व एंजाइना की शिकायत हो

जाती है। ऐसे में जब शारीरिक तनाव हो या अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता

पड़ जाए, तो हार्ट अटैक की भी अधिक आशंकाएं बढ़ जाती हैं।

धमनियों की सिकुड़न से ब्लडप्रेशर भी बढ़ जाता है। साथ ही दिन छोटा होने से और

सर्दियों में भूख अधिक लगने से ब्लड शुगर भी बढ़ जाता है। इस कारण डाइबिटीज के

मरीजों में शुगर का नियंत्रण गड़बड़ा जाता है। हार्ट अटैक के सबसे अधिक मामले सुबह 4

से सुबह 10 बजे तक होते हैं। सर्दियों में लोग व्यायाम, योग और टहलना भी कम कर देते

हैं। इसलिए कैलोरीज बर्न नहीं हो पाती। ब्लडप्रेशर बढ़ता है और हार्ट अटैक भी हो

सकता है।

ऐसे करें बचाव

सर्दियों में हाई ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने और हार्ट अटैक से बचाव के लिए इन सुझावों

पर अमल करें...

- ध्यान रहे सर्दियों के मौसम में रातें लंबी होती हैं पर आप 8 घंटे से अधिक न सोएं।

- अपने टहलने, योग व व्यायाम का कुल वक्त कम न करें। भले ही समय बदल लें।

- सवेरे, शाम या रात को कोशिश करें कि घर से न निकलें।

- घर से निकलें, तो मफलर, स्वैटर और कैप व मोजा पहनें।

- जब हम घर से निकलते हैं या रजाई से बाहर अचानक ठंडे वावावरण में निकलते हैं,

तो हार्ट अटैक होने की संभावना होती है। बाथरूम में भी ठंड होने से सवेरे शौच के

लिए जाते ही बाथरूम में हार्ट अटैक होना आम है। घर से बाहर निकलते ही ठंडी हवा

में एंजाइना और हार्ट अटैक होना आम है। इसलिए ऐसे में अवश्य कान, गला, सीना ढके

रहें।

- ठंडा पानी, ठंडे पेय व ठंडे खाद्य पदार्थ लेते ही अंदर का यानी शरीर का आंतरिक

तापक्रम बिगड़ने से एंजाइना और हार्ट अटैक हो सकता है। गर्म ताजा खाना और सामान्य

पानी पीना चाहिए।

- भोजन कम मात्रा में बार-बार लेना चाहिए। एक साथ अधिक खाने से रक्त का अधिक

प्रभाव पेट और आंतों की ओर डाइवर्ट होने लगता है। इस कारण एंजाइना व हार्ट अटैक

हो सकता है।

-वेंटीलेशन अच्छा होना चाहिए ताकि हवा में ऑक्सीजन की मात्रा कम न हो। कोहरे में

निकलने से भी सांस की दिक्कत और ऑक्सीजन की कमी से हार्ट अटैक हो सकता

है। पूरा घर बन्द रखने से, खिड़की दरवाजे बंद रखने से, कमरे में फूल, पेड़-पौधे रखने

से, हीटर, ब्लोअर और अंगीठी जलाकर रखने से भी ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। ऐसे

में हार्ट अटैक होने की आशंका बढ़ जाती है।

- सर्दियों में सांस, हृदय, हाई ब्लडप्रेशर और मधुमेह के रोगियों को अपने डॉक्टर से

परामर्श लेकर (ईसीजी, इको डॉप्लर और रक्त जांच आदि) चेकअप कराने चाहिए। इन

जांचों के बाद डॉक्टर दवाओं की डोज को नए सिरे से निर्धारित करते हैं।

डॉ.आरती लालचंदानी

फिजीशियन व कार्डियोलॉजिस्ट

davelalchandani@gmail.com


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.