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सफरनामा 2015

समय की शिला पर सन् 2015 ने मेडिकल फील्ड में उपलब्धियों के निशान बनाए हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभकारी महत्वपूर्ण सफलताओं के बारे में दूसरी कड़ी पेश कर रहे हैं विवेक शुक्ला

By Babita kashyapEdited By: Published: Wed, 16 Dec 2015 03:44 PM (IST)Updated: Wed, 16 Dec 2015 03:47 PM (IST)
सफरनामा 2015

समय की शिला पर सन् 2015 ने मेडिकल फील्ड में उपलब्धियों के निशान बनाए हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभकारी महत्वपूर्ण सफलताओं के बारे में दूसरी कड़ी पेश कर रहे हैं विवेक शुक्ला

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डेंगू वैक्सीन

हाल में ही मैक्सिको में डेंगू की वैक्सीन को क्लीनिकल ट्रायल के रूप में अनुमति प्रदान की गयी है। अभी तक हुए परीक्षण में इस वैक्सीन को डेंगू जैसी घातक बीमारी की रोकथाम में उपयोगी पाया गया है। यह वैक्सीन डेंगू वाइरस डी ई एन 3 और डी ई एन 4 में ज्यादा कारगर है। यह वैक्सीन डेंगू वाइरस डी ई एन 1 और डी ई एन 2 में कम कारगर है। उम्मीद की जानी चाहिए कि नए साल में यह वैक्सीन देश में भी उपलब्ध हो जाएगी।

रक्त परीक्षण से कैंसर की जांच

ब्रिटेन की बैडफोर्ड यूनिवर्सिटी में कैंसर की जांच के लिए लिम्फोसाइट जीनोम सेनसिटीविटी नामक

टेस्ट के जरिये एक साधारण रक्त परीक्षण से कैंसर कोशिका(सेल)को जांचने का तरीका तलाशा जा चुका है।

हेपेटाइटिस सी का इलाज

सन् 2015 हेपेटाइटिस सी के मरीजों के लिए बेहद अच्छा रहा। सोफोसाविर और लेडीपैसविर नामक तत्वों से युक्त दवाओं से हेपेटाइटिस सी अब लाइलाज मर्ज नहीं रहा। अब यह बीमारी लगभग उपचार योग्य बन चुकी है। इन दवाओं के

इस्तेमाल से दवा का कोर्स भी अब लगभग तीन महीने का ही रह गया है। देश में ये दवाएं

किफायती दर पर उपलब्ध हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि नए साल में हेपेटाइटिस के अन्य

प्रकारों के इलाज के लिए कारगर दवाएं उपलब्ध हो जाएंगी।


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