फेस्टिवल सीजन में इन बातों का रखेंगे ध्यान तो सेहत रहेगी बरकरार
त्योहारों के इस मौसम का जमकर आनंद लें, लेकिन आपके इस आनंद में सेहत सही रहे, तो यह बात सोने में सुहागा की तरह साबित होगी। खासकर वे लोग जो डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर से ग्रस्त हैं, उन्हें कुछ विशेष सजगताएं बरतनी होंगी।
भारत अपनी भव्य संस्कृति और त्योहारों के लिए मशहूर है। सभी त्योहार खुशियों और आनंद का संदेश लकर आते हैं और अब इनका सिलसिला शुरू हो चुका है। हर त्योहार की विशेषता उससे जुड़े खास व्यंजनों से झलकती है। फिर चाहे वह नवरात्र के फलाहारी पकवान हों या फिर दीपावली की मिठाइयां।
सावधानी बरतना जरूरी
त्योहारों के इस दौर में खाए जाने वाले अधिकतर व्यंजन अत्यधिक चीनी, चिकनाई और मैदा युक्त होते हैं। ऐसे में खानपान में सावधानी बरतना अनिवार्य है। यह बोलना जितना आसान है, उस पर अमल कर पाना उतना ही कठिन। विशेषकर उन लोगों को लिए जिन्हें डायबिटीज या फिर हाई ब्लड प्रेशर हो या जो लोग वजन कम करने की कोशिश कर रहे हों।
त्योहारों पर हर घर-घर में तरह-तरह के व्यंजन शौक से बनाए जाते हैं और बाजार से लाए भी जाते हैं, परन्तु हम यह उम्मीद करते हैं कि परिवार में वे सदस्य जिन्हें डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर है या जिनका वजन अधिक है, वे इन्हें नहीं खायेंगे। वास्तविकता यह है कि ऐसे खाद्य पदार्थ जो अतिरिक्त कैलोरी या वसायुक्त हों, वो सभी के लिए ही हानिकारक होते हैं।
कोल्ड ड्रिंक्स न लें
डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और वजन नियंत्रण केलिए कोल्ड ड्रिंक्स और कॉफी नुकसानदेह होती है। न इन्हें पिएं और न ही दूसरों को पिलाएं। कोल्ड ड्रिंक्स की जगह आप नीबू पानी, नारियल पानी, जलजीरा, म_ा जैसे पेय पदार्र्थों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
व्रत में रखें ध्यान
भारत में व्रत या उपवास भी त्योहारों का एक अभिन्न अंग है। व्रत के दौरान अनियमित खानपान से लो शुगर, अधिक तला हुआ खाने से हाई शुगर और लम्बे समय तक पानी न पीने से डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है।
व्रत के दौरान दवाई लेने में लापरवाही न करें। डायबिटीज और हाइ ब्लड प्रेशर से ग्रस्त लोगों को डॉक्टरी सलाह के बाद ही व्रत रखना चाहिए। अक्सर ऐसा देखा गया है कि त्योहारों पर अच्छा और सुडौल दिखने के लिए अधिकतर लोग त्योहार से पहले वजन कम करने में और डाइटिंग में जुट जाते हैं, लेकिन त्योहार के आते ही वे अपने वजन और स्वास्थ्य के बारे में भूलकर मिठाइयां, तली हुई चिकनाईयुक्त और मसालेदार खाद्य पदार्र्थों को जमकर खाते हैं। ऐसा करने से उन्होंने जितना वजन कम किया था, उससे भी ज्यादा वजन बढ़ा लेते हैं।
जब बनाएं मीठे पकवान
मीठे पकवान बनाने के लिए लो फैट युक्त दूध और शुगर फ्री का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से हम कुछ कैलोरीज तो कम कर सकते हैं परन्तु फिर भी हमें मात्रा पर ध्यान देना चाहिए। त्योहार के अलावा अन्य दिनों में व्यंजनों को बनाने के लिए आप कम घी-तेल का इस्तेमाल करते हैं, वैसे ही त्योहार के दौरान भी घी-तेल का कम ही इस्तेमाल करें।
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-खाने के लिए छोटे बर्तनों (प्लेट कटोरियां, चम्मच आदि) का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से खाने की मात्रा में संयम रखना आसान होगा।
- यह तो आप सभी मानते हैं कि मिल-बांटकर खाने से प्यार बढ़ता है, ज्यादा आनंद आता है। इसके साथ ही बांटकर खाने से खाने की मात्रा को कम रखना भी आसान होता है।
- यह भी ध्यान रखें कि थाली में परोसी सारी तली हुई चीजें और मिठाइयां खत्म करना आवश्यक नहीं है। उतना ही खाएं, जितना
जरूरी है। अत्यधिक खाने (ओवर ईटिंग) से बचें।
- किसी पार्टी या विशेष अवसर पर जाने से पहले घर से कुछ खाकर जाएं। ऐसा करने से आप पार्टी के दौरान अतिरिक्त कैलोरी के सेवन से बच सकते हैं।
- त्योहारों के दौरान भी खाने के बीच लंबा अंतराल न रखें। समय-समय पर हेल्दी स्नैक्स जैसे भुने चना, फल और अंकुरित दालें इत्यादि खाते रहें। इस तरह का खानपान डायबिटीज और वजन नियंत्रण में मददगार सिद्ध होगा। साथ ही साथ आपको अत्यधिक भूख नहीं लगेगी और तले-भुने खाद्य पदार्र्थों के प्रलोभन से भी दूर रहेंगे।
- स्नैक्स लेने से पहले पानी पिएं। ऐसा करने से पेट भरा हुआ महसूस होगा और आप ओवर इटिंग से बच सकेंगे।
- मिठाइयों और नमकीन की जगह इस बार फलों और ड्राई फ्रूट्स को स्नैक्स की तरह इस्तेमाल करें।
- त्योहारों में भी नियमित व्यायाम करें।
- डायबिटीज की जांच घर पर ही ग्लूकोमीटर से जरूर करें। इसी तरह ब्लड-प्रेशर वाले लोग जरूरत पडऩे अपने ब्लड प्रेशर की जांच कर सकते हैं या फिर करवा सकते हैं।
शुभदा भनोत चीफ न्यूट्रीशनिस्ट एन्ड डाइबिटीज एजूकेटर मेदांता दि मेडिसिटी, गुडग़ांव