बार-बार न जाना पड़े डॉक्टर के पास
जो लोग मधुमेह (डाइबिटीज ) से ग्रस्त हैं, उन्हें आम व्यक्ति की तुलना में 4 गुना अधिक बार डॉक्टर के पास जाना पड़ता है। लेकिन कुछ सुझावों पर अमल कर डाइबिटीज मरीजों को डॉक्टर के पास कम से कम जाना पड़ेगा।
डॉक्टर के पास बार-बार जाना शायद ही किसी को अच्छा लगता होगा। लोग अनेक बहाने बनाते हैं- डॉक्टर के पास न जाने के। जब भी शरीर बीमार होता है, तब हमें डॉक्टर के पास जाना ही पड़ता है। डॉक्टर
विजिट होगी कम
जो लोग मधुमेह (डाइबिटीज ) से ग्रस्त हैं, उन्हें आम व्यक्ति की तुलना में 4 गुना अधिक बार डॉक्टर के पास जाना पड़ता है। क्या कोई ऐसी विधि है कि लोगों को डॉक्टर के पास न जाना पड़े। कुछ नियम हैं जिनके पालन करने से आपकी डॉक्टर विजिट कम हो सकती है, वह भी सुरक्षित रहते हुए। आप अपने व्यायाम या सैर को नियमित रखें।
सोच-समझकर खाएं
अनेक लोगों का सारा जीवन सुबह से शाम तक खाने के आस-पास ही घूमता रहता है। इसलिए जो भी खाएं सोच-समझ के खाएं। एक बार आपको अपनी भोजन की कैलोरी और ग्लाइसीमिक इंडेक्स का अंदाजा हो जाता है, तो आप सजग होकर खाना शुरू कर देते हैं। किसी भी व्यक्ति के शरीर में 100 ग्राम खाद्य पदार्थ और 100 ग्राम ग्लूकोज द्वारा शुगर बढ़ने के अनुपात को ग्लाइसीमिक इंडेक्स कहते हैं। डाइबिटीज के लोगों के लिए कम कैलोरी और कम ग्लाइसीमिक इंडेक्स वाले आहार अच्छे रहते हैं। अपने खाने को एक साथ नहीं खाएं और दो से तीन घंटे के अंतराल पर स्वल्पाहार के रूप में लेना अच्छा रहता है।
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शुगर की नियमित जांच
अपने शुगर की नियमित जांच करना आवश्यक है। यह छोटा सा काम इतनी अधिक जानकारी देता है कि आप सारी जटिलताओं से बचने में सक्षम हो जाते हैं। एक बात जान लेनी चाहिए कि शुगर के कम या थोड़ा ज्यादा होने का लोगों को बिल्कुल अहसास नहीं होता। अगर आप बिलकुल ठीक हैं, तो सप्ताह में एक बार खाली पेट, भोजन के दो घंटे बाद और रात में खाने के पहले अवश्य शुगर की जांच कर लेनी चाहिए। डाइबिटीज के साथ जी रहे लोग साल में तीन बार स्वयं ‘एच बी ए1 सी’ जांच करा लें, तो उन्हें स्वयं ही अपने शुगर का अंदाजा रहेगा। शुगर के साथ ही साथ अपने रक्तचाप (ब्लडप्रेशर)की भी जांच कम से कम महीने में एक बार जरूर करा लें। यदि ब्लडपे्रशर 140 / 90 से अधिक हैं, तो सप्ताह में एक बार जरूर नपवा लें।
तनाव हावी न होने दें
प्रयास करें कि आप नियमित 6 से 8 घंटे तक सोएं। अच्छी नींद आपके शुगर और रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक है। छोटी-छोटी बातों में तनाव कम लें और प्रसन्न रहें। डॉ. ऋषि शुक्ला प्रमुख: एंडोक्राइनोलॉजी विभाग रीजेन्सी हॉस्पिटल
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