सावधानी से करें फ्लिप-फ्लॉप का चयन
सामान्य चप्पलों (फ्लिप-फ्लॉप्स) को पहनते वक्तअगर आप कुछ सावधानियां नहीं बरतते हैं, तो कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि सामान्य चप्पलों का चयन करते वक्त क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए...?
सामान्य चप्पलों (फ्लिप-फ्लॉप्स) को पहनते वक्तअगर आप कुछ सावधानियां नहीं बरतते हैं, तो कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि सामान्य चप्पलों का चयन करते वक्त क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए...?
फ्लिप-फ्लॉप (सामान्य चप्पल) को एक आरामदायक फुटवेयर माना जाता है। दिनभर बंद जूते या सैंडल पहनने के बाद फ्लिप-फ्लॉप पहनना काफी सुखद लगता है, लेकिन क्या आप अपने पैरों के लिए सही फ्लिप-फ्लॉप चुन रहे हैं या नहीं। अगर नहीं, तब आप अपने पैरों को हमेशा के लिये नुकसान पहुंचा रहे हैं। गलत फ्लिप-फ्लॉप के चयन से आप फ्लैट फीट सिंड्रोम नामक रोग के शिकार हो सकते
हैं। इसलिए जरूरी है कि फ्लिप-फ्लॉप का चयन
सावधानी से किया जाए। गलत फ्लिप-फ्लॉप के
चयन से कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। जैसे...
एडिय़ों और टखनों में दर्द: गलत फ्लिप-फ्लॉप
पहनने से लंबे समय तक पैरों को पर्याप्त सपोर्ट
नहीं मिल पाता। इस कारण लिगामेंट्स में खिंचाव
आ सकता है। यह एडिय़ों और टखनों (एंकल्स)
में दर्द का सबसे प्रमुख कारण है। पैरों को पूरा
सहारा न मिल पाने से टखना एक ओर घूम सकता है। इससे लिगामेंट्स टूटने का खतरा होता है या टखनों की मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है।
पैर की टेढ़ी उंगलियां: अगर आपको चलते समय
फ्लिप-फ्लॉप पर ग्रिप बनाने के लिये अपनी पैर
की उंगलियों को खींचना पड़े, तो इससे आपके
पंजों की मांसपेशियों पर अत्यधिक दबाव आ
जाएगा। इससे 'हैमर टोजÓ नामक समस्या पैदा हो
सकती है। पैरों की एक विकृति दूसरी, तीसरी या
चौथी उंगली और जोड़ की ओर से मुड़ जाती है
और हैमर या हथौड़े के समान दिखने लगती है।
कमर और कूल्हों में दर्द: गलत साइज की
फ्लिप-फ्लॉप पहनने से घुटनों, कूल्हों या कमर में
दर्द हो सकता है। इससे लिगामेंट्स पर प्रतिकूल
प्रभाव पड़ता है। घुटनों और कमर के निचले
हिस्सों की मांसपेशियों पर भी दबाव पड़ता है।
कैसे चुनें सही फ्लिप-फ्लॉप
उपयुक्त सामान्य चप्पलों के न पहनने से उपर्युक्त
समस्याओं से बचा जा सकता है...
अपनी जरूरत को समझें: अगर आपको सामान्य
चप्पलों का उपयोग थोड़े समय के लिए करना है,
तो मुलायम फ्लिप-फ्लॉप का चयन करें। अगर
आपको इसे पहनकर बहुत अधिक चलना है, तो
ऐसी चप्पलें पहनें, जो मजबूत हों और आपके पैरों को उपयुक्त सहारा दें।
सोल को जांचें: फुटवेयर का सोल किस
मैटेरियल से निर्मित है, वह सबसे अधिक
महत्वपूर्ण है। प्लाास्टिक फोम का सोल पैरों के
तलवे को उपयुक्त सहारा नहीं दे पाता है।
इथीलाइन विनाइल एटीटेट का सोल सबसे बेहतर
माना जाता है। यह मुलायम और लचीला होता है
और पैरों को उचित सहारा देता है।
सोल का डिजाइन भी महत्वपूर्ण: सही सोल के
चयन के साथ सोल की डिजाइन भी उतनी ही
महत्वपूर्ण है। कुछ अच्छे सोल नीचे से चिकने होते हैं, जिससे गीली सतह पर फिसलने और गिरने का खतरा होता है। ऐसे सोल वाले फ्लिप-फ्लॉप खरीदें, जिसकी नीचे की ओर ग्रिप डिजाइन हो, यह सतह के साथ थोड़ा घर्षण उपलब्ध कराती हो।
इससे फिसलने का खतरा भी कम होता है।
स्ट्रेप्स को जांचें- पैरों को अच्छा सहारा और
आराम देने के लिए स्ट्रेप्स (चप्पल के ऊपर की
पट्टी) को जांचें। ऐसे फ्लिप-फ्लॉप का चयन करें, जिसके स्ट्रेप्स मोटे हों और आपके पैर में फिट आएं और अंदर की ओर मुलायम हों ताकि इससे आपके पैरों की त्वचा को नुकसान न पहुंचे।
सही हील चुनें: आप मध्यम और ऊंची एड़ी का चयन भी कर सकते हैं। हील का चयन करते
समय कम्फर्ट लेवल का भी ध्यान रखें।
क्या न करें
- लंबे समय तक एक ही फ्लिप-फ्लॉप को न पहनें। अगर फ्लिप-फ्लॉप टूट जाए या घिस जाए,
तो नई खरीद लें।
- अधिक दूर पैदल चलने के लिये फ्लिप-फ्लॉप का उपयोग न करें।
- कोई खेल खेलते समय फ्लिप-फ्लॉप न पहनें। इससे पैर या एडिय़ां मुड़ सकती हैं।
डॉ.प्रदीप मूनोट नी, फुट एंड ऐंकल स्पेशलिस्ट
ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल, मुंबई