सेहत की देखभाल करिए
गर्मी का बहाना और बच्चों की स्कूली जिम्मेदारी निभाने की दुहाई को अब छोडि़ए और फिट रहने के लिए अपनाइए शहर के कुछ एक्सपर्ट्स की टिप्स का फायदा...
गर्मियां शुरू हो चुकी हैं अब कुछ दिन बाद शुरू होगी फिटनेस क्लास। बस बच्चों के एग्जाम फिनिश हो जाएं फिर वजन कंट्रोल करना है।
जी हां, रात को सोते समय भले ही अगली सुबह से फिटनेस मेंटेन करने का संकल्प लिया जाए लेकिन आलस्य के चलते यह नहीं हो पाता है रूटीन में शामिल। जब-जब एक्सरसाइज या अल सुबह जॉगिंग की बात आती है, मन में ऐसे ही विचार आते हैं। अब गर्मियां शुरू हो गई हैं तो अब बन जाइए फिटनेस फ्रीक।
रूटीन में ढलिए
फिटनेस एक्सपर्ट रुचि तोमर बताती हैं, ''किसी काम को शुरू करने से पहले जरूरी है, उसके लिए समय निकालना। अधिंसख्य माएं जिनके बच्चे छोटे हैं, वे लगभग उनकी पढ़ाई से फ्री हो रही हैं। दिन बड़े होने लगे हैं और मौसम गर्म है, इसलिए बिस्तर छोडऩे में अधिक परेशानी नहीं है। जब भी आप जॉगिंग, वॉक या जिम जाना शुरू करेंगी तो दो-तीन दिन आलस्य से भरे रहेंगे लेकिन इसके बाद यह आपके रूटीन में शामिल हो जाएगा। कैलोरी बर्न करने और फिटनेस बनाने केलिहाज से यह मौसम बहुत अच्छा है।''
बनिए नियम की पाबंद
वजन बढऩे या शरीर बेडौल होने के पीछे की वजह हमारा खानपान ही नहीं, कुछ व्यायाम से जुड़ी बुरी आदतें भी हैं। जैसे आप किसी फंक्शन या पार्टी की तैयारी में व्यस्त हो रही हैं तो मन में यह धारणा मत पालिए कि हफ्ते-दस दिन में जब इससे फ्री हो जाऊंगी तो फिर फिटनेस के लिए समय निकालूंगी। व्यायाम का क्रम तोडऩे से आलस्य बढ़ता है और ऐसे में वजन बढऩे का प्रतिशत काफी अधिक रहता है। समय का अभाव होने पर भी भले ही थोड़ा समय फिटनेस के लिए दें पर नियम की पाबंद बनी रहें।''
व्यस्त रहिए मस्त रहिए
जरूरी नहीं है कि फिटनेस बनाने के लिए जिम केचक्कर लगाएं। घर में योग, एक्सरसाइज साइकिल, रस्सी कूदना आदि करने के साथ ही करीब के पार्क सा लॉन में वॉक करके भी फिटनेस मेंनटेन रख सकती हैं। अगर आप बढ़े हुए वजन या किसी बीमार के चलते अधिक टहल घूम नहीं सकती हैं तो गार्डेनिंग, बच्चों के साथ खेलना, डॉग को घुमाना, घर के छोटे-छोटे काम जिनके लिए आप मेड पर निर्भर रहती हैं, करके भी काफी हद
तक शारीरिक और मानसिक व्यायाम कर सकती हैं।'' सुपाच्य भोजन करिए वजन घटाने या फिट रहने के लिए जितना जरूरी है व्यायाम उतना ही आवश्यक है संतुलित खानपान।
होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. संदीप मिश्रा बताते हैं, 'तला-भुना और हैवी डाइट से गर्मियों में में हमारा पाचनतंत्र सुस्त पडऩे लगता है। इसके लिए जरूरी है सुपाच्य भोजन। हरी सब्जियां, मौसमी रसीले फल, अंकुरित अनाज, म_ा, नारियल पानी, शर्बत आदि के साथ कम से कम सात से दस लीटर पानी प्रतिदिन पीजिए। इससे तन और मन दोनों ही तरोताजा रहेंगे। सब्जियों में पाया जाने वाला फाइबर, आयरन और विटामिंस वसा को कम करने में मददगार होते हैं। हरी सब्जियों में फाइटोकेमिकल्स होते हैं और ये पाचनतंत्र व लीवर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।''