दूर करें भ्रांतियों को...
फिटनेस को लेकर बहुत से लोग भ्रमित रहते हैं। कई बार आधी-अधूरी जानकारी के चक्कर में पड़कर हम व्यायाम करने से भी कतराते हैं। आइए जानते हैं फिटनेस से जुड़े मिथक और उनकी हकीकत
फिटनेस को लेकर बहुत से लोग भ्रमित रहते हैं। कई बार आधी-अधूरी जानकारी के चक्कर में पड़कर हम व्यायाम करने से भी कतराते हैं। आइए जानते हैं फिटनेस से जुड़े मिथक और उनकी हकीकत
मिथक
व्यायाम करने के लिए केवल सुबह का वक्त सही होता है।
हकीकत
ऐसा नहीं है। व्यायाम करने के लिए कोई विशेष समय नहीं होता है। आप सुबह या शाम किसी भी समय व्यायाम कर सकती हैं। कुछ लोग अपने दिन की शुरुआत सुबह व्यायाम करके ही करना पसंद करते हैं तो कुछ लोग तनावमुक्त रहने के लिए शाम के समय व्यायाम करना पसंद करते हैं। व्यायाम करने से पहले इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि व्यायाम और भोजन के बीच थोड़ा अंतराल जरूर होना चाहिए।
मिथक
शरीर अंसुतलित होने पर व्यायाम देर से लाभ पहुंचाता है।
हकीकत
वास्तविकता इसके बिल्कुल विपरीत है। आप जितना कम फिट होंगी उतने अधिक सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। अगर आपका वजन ज्यादा है या शरीर का आकार सही नहीं है तो आप उसकी अपेक्षा जिसका आकार सही है, प्रति मिनट अधिक कैलोरी खर्च करेंगी।
मिथक
एक्सरसाइज बंद कर देने पर मांसपेशियों में जल्दी फैट आ जाता है।
हकीकत
मांसपेशियां और फैट दोनों अलग-अलग तत्व हैं। मांसपेशी फैट में तब्दील नहीं हो सकती है और न ही फैट मांसपेशी में बदल सकता है। जब आप एक्सरसाइज करना बंद कर देती हैं तो मांसपेशियां फिर से एक्सरसाइज के पहले के स्तर पर आ जाती हैं और मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं। चूंकि मांसपेशियां शरीर के मेटाबॉलिज्म के स्तर में वृद्धि करती हैं, इसलिए शरीर ज्यादा कैलोरी खत्म करने में सक्षम होता है। यही वजह है कि धीमा मेटाबॉलिज्म कुछ ही कैलोरी खत्म कर पाता है, जिसके कारण यह भ्रम होता है कि मांसपेशी फैट में परिवर्तित हो गई है।
मिथक
क्रैश डाइट वजन घटाने का सबसे प्रभावशाली तरीका है।
हकीकत
क्रैश डाइटिंग से काफी वजन घट सकता है पर जो चीज कम होती है वह शरीर की अतिरिक्त चर्बी नहीं होती वरन शरीर में स्थित ग्लाइकोजेन और पानी होता है। क्रैश डाइट से कैल्शियम, आयरन, विटामिन्स और मिनरल्स की कमी हो जाती है। वजन घटाने के लिए आहार में सुधार करना आवश्यक जरूर है, लेकिन एक व्यक्ति का हफ्ते में दो पाउंड से ज्यादा वजन नहीं घटना चाहिए। क्रैश डाइटिंग करने के बजाय संतुलित आहार लेना उचित रहता है।
मिथक
वर्कआउट करने से पहले अगर आप एक्सरसाइज करते समय सावधान रहती हैं तो स्वयं को वार्मअप करना जरूरी नहीं है।
हकीकत
एक्सरसाइज करने से पहले आराम से अपनी मांसपेशियों को स्ट्रेच और वार्मअप करना इस दौरान होने वाली क्षति से बचने का सबसे बेहतरीन माध्यम है। ऐसा करने से न सिर्फ आप चोटों से बचाव कर सकती हैं वरन खेलते समय जिस तरह की गति की आवश्यकता होती है उसमें भी सुधार कर सकती हैं।