बीमारियों के समाधान
उम्र 55 साल। थोड़ा सा आघात लगने पर मेरी कलाई की हड्डी टूट चुकी है। डॉक्टर ने बताया कि आपको हड्डियों की कमजोरी से संबंधित ऑस्टियोपोरोसिस नामक बीमारी है। मैंने कहींपढ़ा है कि जॉगिंग करने से हड्डियां मजबूत होती हैं। क्या जॉगिंग करना मेरे लिए सुरक्षित है? जी.पी. सिंह, फरीदाबाद
उम्र 55 साल। थोड़ा सा आघात लगने पर मेरी कलाई की हड्डी टूट चुकी है। डॉक्टर ने बताया कि आपको हड्डियों की कमजोरी से संबंधित ऑस्टियोपोरोसिस नामक बीमारी है। मैंने कहींपढ़ा है कि जॉगिंग करने से हड्डियां मजबूत होती हैं। क्या जॉगिंग करना मेरे लिए सुरक्षित है?
जी.पी. सिंह, फरीदाबाद
हां, जागिंग करने से हड्डियां मजबूत होती हैं। इसी तरह खुले बदन सुबह की धूप में बैठने से शरीर को विटामिन डी प्राप्त होता है, जो हड्डियों को सशक्त करता है। इसलिए हमें प्रतिदिन कसरत करनी चाहिए, लेकिन जिन लोगों के घुटने विकारग्रस्त हैं, उन्हें सिर्फ तेज चाल से टहलना चाहिए। आपको कैल्शियम युक्त आहार -जैसे दूध, दही, पनीर ,काजू, बादाम, राजमा, छोले और केला आदि ग्रहण करना चाहिए।
मेरे कूल्हे की हड्डियों में कई दिनों से दर्द हो रहा है। डॉक्टर की सलाह पर कुछ दवाएं ले रहा हूं, लेकिन फिलहाल कोई लाभ नहीं है। कृपया परामर्श दें।
रानी रावत. देहरादून
अगर 45 साल की उम्र से कम लोगों को कूल्हे में दर्द हो रहा है,तो यह स्थिति एवैस्क्युलर नेक्रोसिस नामक बीमारी से संबंधित हो सकती है। इस रोग के चलते कूल्हे के अंदर रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। इस बीमारी के प्रमुख कारण स्टेरॉयड दवाओं या फिर पेनकिलर्स का अत्यधिक सेवन करना है। इसके अलावा कूल्हे में चोट लगना और कुछ खास बीमारियों के कारण शरीर में रक्त की कमी होना है।
एक्सरे और एमआरआई जांचों से एवैस्क्युलर नेक्रोसिस का पता चलता है। इस रोग के शुरुआती इलाज में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने के लिए एक मेडिकल विधि से हड्डी में छेद किया जाता है और अगर इस प्रक्रिया से रोगी को राहत नहीं मिलती, तो फिर उसके कूल्हे (हिप)का प्रत्यारोपण किया जाता है।