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होली के बहाने कलर थेरैपी

इन रंगों का इस्तेमाल पहनावे, इंटीरियर, स्टोन या होली के रंगों में करिए और फिर इनकी तासीर महसूस करिए...

By Babita kashyapEdited By: Published: Sat, 28 Feb 2015 10:53 AM (IST)Updated: Sat, 28 Feb 2015 11:01 AM (IST)
होली के बहाने कलर थेरैपी

इन रंगों का इस्तेमाल पहनावे, इंटीरियर, स्टोन या होली के रंगों में करिए और फिर इनकी तासीर महसूस करिए...

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लाल

निर्बाध प्रेम का प्रतीक है लाल रंग। उत्साह, रोचकता, ऊर्जा और सुरक्षा का भाव देता है यह रंग।

हरा

उर्वरता, आत्मसम्मान और समृद्धि सहेजता है यह रंग। उत्कंठा, परिवर्तन और मुक्ति की क्षमता से भरा है यह रंग।

नीला

जीवन के प्रति प्रेरणा और आध्यात्मिकता जगाने का काम करता है यह रंग। सुकून, स्वयं को सहेजने और अपनी सोच को विस्तार देने का माद्दा देता है नीला रंग।

सफेद

शांति, ठहराव और कोमलता से भरा है यह रंग। स्वयं से साक्षात्कार, अंत:करण का विकास और निजी जीवन के प्रति नया नजरिया देता है सफेद रंग।

पीला

वैचारिक स्पष्टता, बौद्धिकता और जागरूकता को प्रतिबिंबित करता है यह रंग। दृढ़ता, एकाग्रता और निराशा को दूर करता है पीला रंग।

काला

गहराई, प्रस्तुतीकरण और ग्लैमर से भरपूर है यह रंग। कुछ पाने की तीव्र इच्छा, तेज बदलाव और आकर्षण की धुरी बनता है काला रंग।


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