मोटापे से हर शिशु की रक्षा नहीं करता स्तनपान
किसी शिशु के लिए स्तनपान उसका पहला आहार माना जाता है। स्तनपान में कई बीमारियों से शिशु की रक्षा करने का गुण होता है। हालांकि वैज्ञानिकों ने इस पर जरूरत से ज्यादा भरोसे से बचने की बात कही है। वैज्ञानिकों का कहना है कि आमतौर पर स्तनपान बच्चों को आगे
न्यूयॉर्क। किसी शिशु के लिए स्तनपान उसका पहला आहार माना जाता है। स्तनपान में कई बीमारियों से शिशु की रक्षा करने का गुण होता है। हालांकि वैज्ञानिकों ने इस पर जरूरत से ज्यादा भरोसे से बचने की बात कही है। वैज्ञानिकों का कहना है कि आमतौर पर स्तनपान बच्चों को आगे चलकर मोटापे से बचाता है, लेकिन यह हर बच्चे पर कारगर नहीं है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि मोटे और पतले शरीर वाली माताओं के दूध के घटक अलग--अलग होते हैं और इस कारण उनका प्रभाव भी अलग--अलग होता है। अमेरिका के सिनसिनाटी चिल्डं्रस हॉस्पिटल मेडिकल सेंटर की शोधकर्ताओं जेसिका वू और लिसा मार्टिन ने कहा, 'किसी बच्चे के मोटापे में बच्चे की माता के मोटापाग्रस्त होने और साथ ही बच्चे के सामाजिक--आर्थिक परिवेश की अहम भूमिका रहती है। मोटापे का इलाज प्रत्यक्ष रूप से बेहद मुश्किल होता है, इसलिए वैज्ञानिक इससे बचने के उपायों पर शोध कर रहे हैं।'