छोरी गांवैं गीत सुरीले झूल घली सामण की..
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : प्रदेश की स्थापना के उपलक्ष्य में निकाली जा रही स्वर्ण जयंती यात्रा ब
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : प्रदेश की स्थापना के उपलक्ष्य में निकाली जा रही स्वर्ण जयंती यात्रा बृहस्पतिवार को शहर में पहुंची। उसके उपलक्ष्य में दशहरा ग्राउंड में भव्य सांस्कृतिक उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उसमें कलाकारों ने नूर डांस, फॉग डांस, तरक्की हरियाणे की और धमाल डांस से प्रदेश की प्राचीन संस्कृति से सराबोर किया। दूसरी ओर कलाकारों ने लोकगीतों से प्रदेश के विकास की गाथा सुनाई। कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से कभी सावन के महीने पर डलने वाले झूलों का तो कभी फाग खेलने का मधुर एहसास कराया। कलाकारों ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विषय पर लघु नाटक प्रस्तुत कर श्रोताओं से भ्रूणहत्या को जड़ से समाप्त करने का आह्वान किया।
उत्सव का शुभारंभ कार्यवाहक उपायुक्त डॉ. शालीन ने किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगाज कलाकारों ने नूर डांस से किया, जिसमें उन्होंने चौगरदे तै बाग हरा घन-घोर घटा सामण की, छोरी गांवैं गीत सुरीले झूल घली सामण की, गीत से किया। कलाकारों ने झूलण जांगी हे मां मेरी बाग म्है री, हे जी उड़ै ठंडी पड़ैं फुव्वार ऐकली मैे भीजूं हे मां मेरी बाग म्है री, की जोरदार प्रस्तुति से सावन में पड़ने वाले झूलों की यादें ताजा की। इसके बाद कलाकार महेंद्रनाथ ने अपने भजन के माध्यम से अपने बच्चों में संस्कार डालने की अपील की। इसी प्रकार कलाकारों ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विषय पर लघु नाटक की जोरदार प्रस्तुति दी। नाटक में दर्शाया कि बेटी से परिवार गुलजार होता है। बेटी के होने से घर में संस्कार बने रहते हैं। बेटी ही आगे चलकर मां का रूप बनती है और मां के बिना सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती है। नाटक के माध्यम से बताया गया कि कन्या भ्रूण हत्या करने करने वालों की जगह जेल में होनी चाहिए। कार्यक्रम का समापन धमाल गीत के साथ शानदार ढंग से किया गया।
नगराधीश भारत भूषण कौशिक ने कहा कि प्रदेश में विगत 50 सालों में बहुत विकास हुआ है, लेकिन विकास के मामले में प्रदेश को अभी और ऊंचाइयों पर लेकर जाना है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व में देश व प्रदेश निरंतर प्रगति के पथ पर है। उन्होंने सरकार द्वारा निकाली जा रही विकास रथ यात्रा प्रदेशभर के जिलों से होकर गुजरेगी, जिससे लोगों को अपनी संस्कृति से फिर से जुडऩे का संदेश मिलेगा। उन्होंने कहा कि विकास में हर व्यक्ति का योगदान होता है। विकास के साथ-साथ प्राचीन संस्कृति को भी बरकरार रखना जरूरी है और यह काम कलाकार ही कर सकते हैं। इस अवसर पर जगाधरी के तहसीलदार दर्शन ¨सह, जिला शिक्षा अधिकारी आनंद चौधरी, जिला राजस्व अधिकारी एम.एस.सांगवान, जिला बाल कल्याण अधिकारी मनीषा खन्ना, डीआइपीआरओ स्वर्ण ¨सह जंजोटर, नगर निगम की पार्षद संगीता ¨सगल, भाजपा नेता अशोक मेहंदी रत्ता आदि थे।