धारक को दिए नहीं, खाते से निकले दो हजार रुपये
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नोटबंदी के इस दौर में घंटों लाइन में लगने के बावजूद बैंक व एट
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नोटबंदी के इस दौर में घंटों लाइन में लगने के बावजूद बैंक व एटीएम से पैसे नहीं निकल रहे हैं। ऐसे में खाताधारक को बिना पैसे दिए ही खाते से पैसे कट जाएं, तो उसकी स्थिति का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसा ही हुआ कंडरोली निवासी यश¨वद्र के साथ। शिकायत के बावजूद अधिकारी और कर्मचारी संतोषजनक जवाब भी नहीं दे रहे हैं।
यश¨वद्र ने बताया कि उसका खाता जिला सचिवालय में स्थित स्टेट बैंक ऑफ पटियाला की शाखा में हैं। 29 नवंबर को पैसे निकालने के लिए वह बैंक में गया था। घंटों लाइन में लगने के बाद वह काउंटर पर पहुंचा, तो वहां तैनात कर्मी ने अपनी कार्रवाई कर फार्म पर शाखा प्रबंधक के हस्ताक्षर कराने को कहा। प्रबंधक से हस्ताक्षर कराकर काउंटर पर लौटा, तो वहां तैनात कर्मी ने कैश समाप्त होने की बात कही। पैसे नहीं मिलने पर वह बाउचर सहित बाहर आ गया। 1 दिसंबर को भी वह रकम निकलवाने के लिए बैंक में गया। काउंटर पर भीड़ कम देखकर उसने कापी पूरी कराई, तो पता चला कि 29 नवंबर को उसके खाते से 2000 रुपये निकले हुए दिखाए गए।
अधिक काम होने की देते रहे दुहाई
पैसे निकलने के बाद पीड़ित ने कर्मियों से इस बारे में पूछा, तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। वह काम अधिक होने की दुहाई देते रहे तथा पीड़ित को कहा कि वह इसकी जांच करके जल्द ही पीड़ित को सूचित कर देंगे। शुक्रवार दोपहर तक भी पीड़ित को कोई सूचना नहीं मिली, तो वह दोबारा बैंक में गया, लेकिन कर्मियों ने फिर भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
प्रबंधक ने नहीं ली शिकायत
कर्मियों के बर्ताव से मायूस पीड़ित शाखा प्रबंधक से मिला और उनको सारी बात बताई। प्रबंधक ने पीड़ित को संतोषजनक जवाब देने के बजाय लिखित शिकायत देने को कही। पीड़ित लिखित शिकायत लेकर प्रबंधक के पास गया, तो उन्होंने यह कहकर शिकायत लेने से इंकार कर दिया कि इसमें यह नहीं लिखा कि पैसे कैसे निकले हैं। मायूस होकर पीड़ित बैरंग लौट आया और डाक से शिकायत भेजने का मन बनाया।