खेत में जाने पर लगाई पाबंदी, गांव में तनाव
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : साबापुर गांव में दो समुदाय के बीच चल रहे झगड़े से गांव में स्थिि
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : साबापुर गांव में दो समुदाय के बीच चल रहे झगड़े से गांव में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। कंबोज समुदाय के लोगों ने गांव में मुनादी कराई है कि अनुसूचित जाति का कोई भी व्यक्ति या महिला उनके खेतों में पशुओं के लिए चारा आदि लेने नहीं जाएगा, जो ऐसा करेगा उस पर पांच हजार रुपये जुर्माना लगेगा। शौच के लिए जाने वालों पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके विरुद्ध अनुसूचित जाति के लोग थाने में पहुंच। मुनादी की पुष्टि करते हुए सरपंच निशा देवी ने का कहना है कि गांव में शांति बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है। अनुसूचित जाति के लोगों का कहना है कि ऐसा कर उनके ऊपर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उनके सामने चारे का संकट आ जाएगा। बिना चारे के उनके पशु कैसे रहेंगे।
ज्ञात हो कि इसी माह छह सितंबर को साबापुर गांव की अनुसूचित जाति की एक महिला खेत में घास काटने गई थी। महिला ने आरोप लगाया था कि किसान ने उसके साथ पहले मारपीट की और फिर दुष्कर्म का प्रयास किया। बड़ी मुश्किल से वह उसके चंगुल से निकल कर भागी। किसान ने आरोप लगाया था महिला उसके खेत से चोरी छिपे चारा काट रही थी। जब उसने महिला को चारा काटते हुए पकड़ा तो इससे बचने के लिए महिला ने उन पर झूठा आरोप लगा दिया। बुधवार को पुलिस ने भी गांव का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
गांव पर रखें हैं नजर : हरदीपेंद्र
बूड़िया थाना प्रभारी हरदीपेंद्र का कहना है कि अनुसूचित जाति की तरफ से शिकायत आई थी, जिसके बाद गांव में जाकर जांच की गई। किसानों ने खेतों में नहीं जाने देने की मुनादी करवाई गई है। किसान खेत का मालिक है और वह कोई भी निर्णय ले सकता है। ऐसे में कोई कार्रवाई नहीं बनती।