दाल घोटाले में कई आ सकते हैं लपेटे में
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : करियाण दुकान पर बेची गई सरकारी दाल में सिर्फ डिपो होल्डर ही
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : करियाण दुकान पर बेची गई सरकारी दाल में सिर्फ डिपो होल्डर ही नहीं जिम्मेदार नहीं है बल्कि इसकी जड़ें दूर तक फैली हुई है। हालांकि कार्रवाई के नाम पर डीएफएससी ने डिपो होल्डर की राशन सप्लाई बंद कर दी, लेकिन दैनिक जागरण की पड़ताल में सामने आया है कि जिस डिपो की सप्लाई बंद की गई उसने तो लोगों को 15-15 किलो दाल दी है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जब डिपो से सारी दाल दे दी गई तो करियाण दुकान पर दाल कहां से आई। शक की सूई दाल सप्लाई करने वाले ठेकेदार व आसपास के डिपो होल्डर की तरफ ही घूम रही है।
कस्बा के छोटा बस स्टैंड पर अनिल करियाण स्टोर से सरकारी दाल पकड़ी गई थी। इसी दुकानदार को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने नागली-32 में सरकारी डिपो भी अलाट किया हुआ है। पहले शक जताया जा रहा था कि डिपो होल्डर ने चना दाल पात्र लोगों को न देकर अपनी दुकान पर बेचने के लिए रखी है, लेकिन गांव में पहुंच कर लोगों से बात की गई तो सामने आया कि सभी लोगों को 15-15 किलो चना दाल दी गई है। लोगों के राशन कार्ड में हुई एंट्री इस बात की पुष्टि भी करती है। गांव की सरपंच नीलू देवी का कहना है कि गांव में तो सभी लोगों को निर्धारित दाल ही मिली है।
राशन कार्डो पर मुहर ही नहीं :
डिपो होल्डर की लापरवाही भी सामने आई है, क्योंकि गांव के अधिकतर राशन कार्ड पर डिपो होल्डर की मुहर ही नहीं लगी है। ऐसे में कोई भी देख कर नहीं बता सकता है कि किस डिपो होल्डर का राशन कार्ड है। ऐसे में दुकानदार के पास से मिली पौने नौ ¨क्वटल चने की दाल का मिलना बड़े घोटाले की तरफ इशारा करता है। डिपो होल्डर और दुकानदार द्वारा जिस ठेकेदार की मिलीभगत से इस सारे गोरख धंधे को अंजाम दिया गया उसकी जांच करने के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
ठेकेदार को दी गेहूं की सप्लाई
चना दाल का घोटाला अभी सुलझा भी नहीं था कि दाल सप्लाई करने वाले ठेकेदार को गेहूं सप्लाई करनी भी शुरू कर दी है। जबकि इस मामले में ठेकेदार का भी हाथ बताया जा रहा है। यह गेहूं सभी डिपो पर भेजी जानी है।
पूरी दाल मिली है :
गांव नगली-32 के महल ¨सह, सतपाल, राज पाल ने बताया कि उन्हें राशन के डिपो से पिछले माह 15 किलो चना दाल मिली थी। ग्रामीणों का कहना है कि इससे पूर्व तो डिपो होल्डर दो किलो व कभी चार किलो दाल देता था।
क्या कहते है डीएफएससी:
इस मामले की पूरी जांच थाना बिलासपुर पुलिस द्वारा की जा रही है। यह पुलिस जांच में ही पता चलेगा की करियाना दुकान पर बिकने के लिए दाल कहां से आई थी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
फोटो : 32 : राशन कार्ड में हुई 15 किलो दाल की एंट्री।
फोटो : 33 : ठेकेदार द्वारा सप्लाई करने के तुलवाई जा रही गेहूं।