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कभी मीरा आई थी, अब लाडो आई बचाने

बाइलाइन प्रस्तावित-अश्विनी शर्मा जागरण संवाददाता, करनाल : गांव के प्रवेश द्वार पर मीरावाली ताल

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Jul 2017 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 27 Jul 2017 03:00 AM (IST)
कभी मीरा आई थी, अब लाडो आई बचाने
कभी मीरा आई थी, अब लाडो आई बचाने

अश्विनी शर्मा, करनाल :

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गांव के प्रवेश द्वार पर मीरावाली तालाब है। कहते हैं कि कभी यहां कृष्ण भक्त मीरा बाई आई थी। इस वजह से तालाब का नामकरण मीरा के नाम पर हो गया। आसपास फूल व क्यारियां हैं। सुबह व शाम के समय गांव के लोग यहां आते हैं। सुख-दुख सांझा करते हैं। पशुओं को नहलाया जाता है। गांव में कोई मेहमान आ जाए तो स्वागत यही से होता है। अपने गांव शामगढ़ के तालाब को याद करते हुए यह बातें पुर्णिमा पाठक बिटिया को बता रही थी। बतियाते हुए दिल्ली से गांव पहुंचने के सफर का पता नहीं चला। कार जैसे ही गांव के द्वार पर पहुंची तो उसका चित्रण झूठा साबित हो गया। बिटिया कुछ पूछती। इससे पहले ही कार का शीशा ऊपर करते हुए वह बोली तालाब से बदबू आ रही। मच्छर भी बहुत हैं। उसने देखा कि पालीथिन , कचरे व गंदे पानी के नीचे मीरावाली तालाब का इतिहास दफन हो चुका है।

करीब एक साल पहले पुíणमा पाठक वापस दिल्ली स्थित अपने घर तो चली गई, लेकिन गांव के तालाब की सुंदरता पर लगा ग्रहण दिल में चुभने लगा। कुछ माह पहले उन्होंने दिल्ली में लैंडमार्क संस्थान से सेल्फ एक्सप्रेशन लीडरशिप ट्रे¨नग प्रोग्राम में भाग लिया, यहां किसी सोशल प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए कहा गया तो झट से उसने अपने गांव का तालाब चुन लिया।

सरपंच व ग्रामीणों ने दिया सहयोग

पुíणमा करीब दो माह पहले गांव आई। उसने तालाब को सहेजने और उसे पुर्नजीवित करने की बात ग्रामीणों व सरपंच रामपाल व समाजसेवी बालकृष्ण के सामने रखी। उन्होंने सहयोग देने के लिए हामी भर दी। उसने गांव के बच्चों, युवाओं व महिलाओं से बातचीत की। सभी से मिले सकारात्मक सहयोग से हौसला मिला और तालाब बचाने का काम शुरू किया।

महिलाओं ने कहा फिर गंदा नहीं होने देंगी तालाब

पुíणमा ने महिलाओं से बातचीत की और उनके सुझाव मांगें। महिलाओं ने कहा कि मैडम जी आप ही सफाई करवा दो। पुíणमा ने कहा कि मैं सफाई करवा दूंगी, लेकिन इसके बाद क्या होगा। यह तो फिर से गंदा हो जाएगा। महिलाओं ने कहा कि सफाई होने के बाद वह तालाब में गंदगी नहीं डालेंगी। इसके लिए गांव में डस्टबीन भी रखवाएं जाए।

पंचायत तालाब में नहीं जाने देगी गंदा पानी

गांव का गंदा पानी अभी तालाब में जा रहा है, लेकिन पंचायत ने गंदे पानी को ड्रेन में डलवाने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। सरपंच रामपाल व समाजसेवी बालकृष्ण का कहना है कि गंदे पानी को ड्रेन में डलवाया जाएगा और डस्टबीन बनवाने का ऑर्डर दिया जा चुका है।

यह टीम गांव दर गांव जाएगी

तालाब बचाने की मुहिम में पुíणमा का साथ उसकी कोर टीम दे रही है। उनकी टीम में विनीत त्यागी, प्रणव अत्री, सचिन सैनी, विश्वजीत शर्मा, राजन व देवेंद्र ¨सह शामिल है। यह टीम इस तालाब की सफाई के बाद अन्य गांवों की ओर रुख करेगी। इसके साथ ही गांव के विद्यालयों में जाकर तालाबों को स्वच्छ रखने के लिए विद्याíथयों व युवाओं से बातचीत की जाएगी।


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