सर्विस टेक्स बढ़ाएगी महंगाई की तपिश
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जनता पहले से महंगाई की भट्ठी में तप रही है, लेकिन एक जून से तपिश अब और भ
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जनता पहले से महंगाई की भट्ठी में तप रही है, लेकिन एक जून से तपिश अब और भी बढ़ने वाली है। एक जून से सर्विस टेक्स में इजाफा हो रहा है। मतलब टैक्स की दर 12.36 से बढ़कर 14 हो जाएगी।
हालांकि वित्त मंत्री ने घोषणा बजट के दौरान ही कर दी थी, लेकिन अधिसूचना के मुताबिक लागू एक जून से हो रही है। अर्थशास्त्रियों की मानें तो सरकार के इस निर्णय से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर हर वर्ग प्रभावित होगा। मोबाइल सेवा बिल, होटल में खाना, ऑन लाइन बैंकिंग, बीमा प्रीमियम व केबल जैसी सेवाओं पर अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
अर्थशास्त्री डॉ. मंदीप सिंह का कहना है कि सरकार के इस निर्णय से हर वर्ग की जेब हल्की होगी। जनता पर कुल कितना बोझ पड़ेगा, यह कहना मुश्किल होगा, लेकिन कोई संदेह नहीं कि ए टू जेड हर वर्ग प्रभावित होगा। इसी प्रकार सीए राजीव बहल का कहना है कि जिन सेवाओं पर सर्विस टेक्स बढ़ाया जा रहा है वह सेवाएं हर आम खास से जुड़ी हुई हैं। इसलिए स्वभाविक सी बात है कि हर वर्ग प्रभावित होगा।
बंटी ने कहा कि टैक्स बढ़ने का सबसे ज्यादा खामियाजा नौकरी पेशा लोगों को भुगतना पड़ेगा। रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतें निरंतर किसी न किसी कारण से बढ़ रही है, जबकि कर्मचारियों के वेतन ज्यों के त्यों हैं। टैक्स बढ़ने से आमजन का बजट डगमगा जाएगा। उन्हें अपना बजट संतुलित करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।
अवतार सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार से जनता को काफी उम्मीदें थी। सरकार बनते ही रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमत में काफी गिरावट आई थी। इससे आमजन को काफी राहत मिली थी व सरकार द्वारा महंगाई पर अंकुश लगाने की उम्मीद को भी बल मिला था। अब महंगाई बढ़ने से उम्मीदें टूटती नजर आ रही हैं।
रजत ने कहा कि कभी बिजली, कभी पेट्रोलियम पदार्थो व कभी सब्जियों-फलों के दामों में एकदम उछाल आ जाता है। इससे आमजन का बजट बिगड़ जाता है। अब टैक्स बढ़ने से लोगों की जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा। सरकार को आमजन को राहत देने के लिए विशेष योजना बनानी चाहिए।
संदीप ने कहा कि टैक्स बढ़ने से बाजार में मंदी बढ़ेगी। इसका असर आमजन के साथ व्यापारियों व दुकानदारों पर भी पड़ेगा। यदि महंगाई इसी तरह बढ़ती रही, तो पिछली की तरह मौजूदा सरकार के प्रति भी लोगों में रोष पनपने लगेगा। जिसके परिणाम चुनाव के समय भाजपा को भुगतने पड़ सकते हैं। इसलिए सरकार को टैक्सों में कटौती कर जनता को राहत देनी चाहिए।