ऑनर किलिंग के दोषी दंपती को उम्रकैद
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बापा गांव में लगभग एक साल पूर्व हुए ऑनर किलिंग मामले में फास्ट ट्रैक कोर
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बापा गांव में लगभग एक साल पूर्व हुए ऑनर किलिंग मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने दोषी मां बाप को उम्र कैद और 15 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना न देने पर छह महीने की अतिरिक्त सजा होगी। लगभग एक साल तक चली सुनवाई में कोर्ट में 20 लोगों की गवाई के बाद फैसला सुनाया गया।
जानकारी के अनुसार 29 सितंबर 2013 को रादौर पुलिस को सूचना मिली गाव बापा में मंजीत उर्फ मनु को उसके परिवार वालों ने हत्या कर दी। साक्ष्य मिटाने के लिए उसके परिवार वालों ने मंजीत उर्फ मनु का दाह संस्कार करने के लिए शमशान घाट ले गए। सूचना मिलने के बाद उस समय के रादौर थाना प्रभारी संदीप कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। श्मशान घाट जाकर पुलिस ने देखा कि मंजीत की लाश को उसके परिवार वालों ने चिता बनाकर आग लगाई हुई है। एसएचओ ने पुलिस टीम की मदद से आग पर काबू पाया और अधजले शव को चिता से बाहर निकाला। जिसके उपरात गाव बापा निवासी अमरदीप ने पुलिस को अपना बयान दर्ज करवाया। पुलिस को दी शिकायत में अमरदीप ने बताया कि एक सप्ताह पहले गाव की महेंद्र सिंह की 19 वर्षीय लड़की मंजीत उर्फ मनु गाव के ही एक युवक के साथ चली गई थी। लेकिन मंजीत का पता लगने पर उसके घर वाले उसे पंजाब से वापिस घर ले आए थे। सुबह उसे पता चला कि मंजीत की मौत हो गई है। जिसका दाह संस्कार करने के लिए शव को शमशान घाट ले गए है। उसे शक है कि गाव के लड़के के साथ जाने की रंजिश की वजह से उसके मां बाप ने उसकी हत्या कर दी। हत्या का किसी को पता नहीं चले इसी डर की वजह से सबूत नष्ट करने के लिए उसकी शव का दाह संस्कार किया जा रहा था। उस समय पुलिस ने युवती की हत्या कर शव को खुर्द बुर्द करने का मामला दर्जकर कार्रवाई शुरू कर दी था।
जहरीला पदार्थ देकर की थी हत्या
पुलिस पूछताछ में मृतक मंजीत के पिता महेंद्र सिंह तथा मा महेंद्रों देवी ने बताया कि उन्होंने जहरीला पदार्थ खिलाकर अपनी बेटी को मारा है। क्योंकि बेटी ने उसके मर्जी के बिना कहीं और शादी की थी। पुलिस पूछताछ के दौरान महेंद्र सिंह तथा उसकी पत्नी महेंद्रों देवी ने बताया कि 23 सितंबर 2013 को उनकी बेटी, गाव के एक लड़के, जो कि परिवार के साथ लुधियाना में रहता है, से मिलने गई थी। जब उन्हें घटना का पता चला तो वे बेटी को वापिस लेकर आ गए। इस घटना की वजह से गाव में उनकी काफी बदनामी हुई। उन्होंने बेटी को समझाया कि वह उस लड़के से न मिलें। इसके बावजूद उनकी बेटी ने लड़के के पास जाने की जिद नहीं छोड़ी और खाना पीना छोड़ दिया। जिसके बाद उन्होंने बेटी को ताकत की दवा पिलानी शुरू कर दी। उनके समझाने पर भी वह नहीं मानी। इस पर 28-29 सितंबर की रात को उन्होंने बेटी की ताकत की दवा में जहरीली दवा मिलाकर पिला दी। जिससे उसकी मौत हो गई।