कृषि विभाग ने शिविर लगाकर किसानों को किया जागरूक
संवाद सहयोगी, खरखौदा : कृषि विभाग की ओर से शहर की चौपाल में एक शिविर लगाकर अनुसूचित जाति के किसानों
संवाद सहयोगी, खरखौदा : कृषि विभाग की ओर से शहर की चौपाल में एक शिविर लगाकर अनुसूचित जाति के किसानों को जागरूक किया गया। आत्मा स्कीम के तहत खेतीबाड़ी, पशुपालन, मत्स्य पालन व बागवानी के बारे में किसानों को विस्तृत जानकारी दी गई व योजनाओं को बताकर उनका फायदा उठाने की बात कही गई।
उप-कृषि निदेशक डॉ. अनिल सहरावत के आदेश पर लगाए गए इस शिविर में डॉ. यशपाल दहिया ने कहा कि किसानों को चाहिए कि वह फसल बीमा योजना से जुड़कर जोखिममुक्त कृषि करें। किसान 303 रुपये प्रति एकड़ की दर से गेहूं की फसल का बीमा करवा सकते हैं, जिससे बरसात, जलभराव, भूस्खलन आदि से किसान की फसल की सुरक्षा होगी। उन्होंने कहा कि किसान अपने खेतों के लिए बीज व दवाओं को कैशलेस तरीके से खरीदें व पक्का बिल जरूर लें, ताकि दुकानदार उन्हें नकली बीज या दवा न दे सके। इस अवसर पर डॉ. हरीश दहिया ने किसानों के फसलों के अवशेष न जलाने के लिए जागरूक किया। उन्होंने कहा कि किसान फसल अवशेष जलाकर न केवल पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं बल्कि इससे भूमि की उर्वरा क्षमता भी नष्ट हो जाती है। किसानों को ऐसा करने से बचना चाहिए। अब ऐसा करने पर न केवल किसान को जुर्माना लगाया जा सकता है बल्कि उसे सजा भी हो सकती है।
इस अवसर पर पीला रतुआ बीमारी के लक्षण, कारण व बचाव के तरीके भी किसानों को बताए गए। शिविर के तहत किसानों को ग्रीष्मकालीन स्तर में मूंग की बिजाई करने के लिए प्रेरित किया गया। मूंग की बिजाई पर सरकार द्वारा दी जा रही अनुदान राशि के बारे में भी किसानों को बताया गया। शिविर के दौरान पशु चिकित्सक डॉ. श्रीभगवान ने पशुओं की उन्नत नस्ल, उनके पशु चारे, पशुओं में होने वाली बीमारियों, उनके लक्षण व बचाव की विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाई। मत्स्य विभाग से डॉ. मदन पाल ने किसानों को मछली पालन की जानकारी दी।