मेरठ वाया सोनीपत हाईवे 334 की दुर्दशा से लगा जाम
संवाद सहयोगी, राई : बहालगढ़ के पास दो दिन से मेरठ वाया सोनीपत हाइवे पर लग रहे जाम से आसपास के लोगों
संवाद सहयोगी, राई : बहालगढ़ के पास दो दिन से मेरठ वाया सोनीपत हाइवे पर लग रहे जाम से आसपास के लोगों को और न ही वाहन चालकों कोपूरी तरह राहत मिल पाई है। बृहस्पतिवार को भी वाहन रेंग-रेंग कर चले। हाइवे पर गड्ढों के कारण अक्सर जाम की स्थिति बनती है। सड़क का जिम्मा अब सड़क एवं भवन निर्माण विभाग की जगह नेशनल हाइवे का है, मगर विभाग की अनदेखी के कारण हाईवे के दोनों तरफ गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था न होने व गहरे गड्ढों के कारण लोगों का पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा है,वहीं बड़े वाहन चालकों को जाम लगने के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है। इस जाम से निपटने को यातायात को एकतरफा किया गया, जिससे आवागमन धीरे धीरे ही शुरू हुआ है। मेरठ की तरफ से आने वाले यातायात को गांव पलड़ी से मोड़ दिया गया जो गांव बसौदी , नांदनौर व मुरथल से होता हुआ राष्ट्रीय राजमार्ग से जा मिला। बृहस्पतिवार शाम तक यातायात की चाल गड्ढों के कारण बहुत धीमी थी ।
लोहारू से लेकर मेरठ वाया सोनीपत से हाइवे नंबर 334 बी को बेशक नेशनल हाइवे का दर्जा दे दिया गया हो ,लेकिन बहालगढ़ चौक से लेकर गढ़ मीरकपुर तक हाइवे की हालत देखकर ऐसा लगता है कि यह किसी गांव की खस्ता हाल सड़क हो। मार्ग में लगभग आधा दर्जन गांव पड़ते हैं साथ ही लगभग छ: बड़े नामी गिरामी विद्यालय भी हैं जिनके छात्रों को अक्सर जाम से परेशानी रहती है। मगर बार बार प्रशासन से गुहार लगाने के बाद भी प्रशासन की निगाह इस गंभीर समस्या की ओर नहीं जाती । ग्रामीणों का आरोप है कि केंद्र सरकार ने सोनीपत से जींद वाया मेरठ रोड को नेशनल हाइवे नंबर 334 बी घोषित किया था। जिस हिसाब से इस सड़क का विकास होना था वह पिछले दो साल से नहीं हो सका है। ग्रामीण का कहना है बहालगढ़ रोड नगर निगम में आने के बाद लोगों को खुशी थी कि अब तो हाईवे के दोनो तरफ निगम क्षेत्र में पानी की निकासी की व्यवस्था होगी लेकिन निगम भी विकास की तरफ ध्यान नही दे रहा है। जिससे लोगों में सरकार के प्रति रोष है।