65 साल पुराना है बरोदा रोड स्थित भीमेश्वरी माता का मंदिर
इतिहास बरोदा रोड स्थित भीमेश्वरी माता का मंदिर 65 साल पुराना है। माता के भक्त एवं शहर निवासी धर्म
इतिहास
बरोदा रोड स्थित भीमेश्वरी माता का मंदिर 65 साल पुराना है। माता के भक्त एवं शहर निवासी धर्म ¨सह वर्मा 1952 में झज्जर जिले के बेरी में स्थित मंदिर से माता की अखंड ज्योति पैदल लेकर गोहाना आए थे। उन्होंने यह ज्योति देवीपुरा में प्रतिष्ठित की। इसके बाद यहां मंदिर का निर्माण करवाया गया। श्रद्धालु यहां पूजा-अर्चना के लिए पहुंचने लगे और धीरे-धीरे माता के मंदिर की मान्यता बढ़ती चली गई। अब इस मंदिर में गोहाना शहर के अलावा विभिन्न गांवों से श्रद्धालु हजारों की संख्या में पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं, जिनकी मन्नतें पूरी हो जाती हैं वे यहां अष्टमी पर पूजा-अर्चना के लिए जरूर पहुंचते हैं। नवरात्रों के दौरान अष्टमी पर यहां बड़ा मेला भी लगता है।
विशेषता
मंदिर का भवन बहुत विशाल है। यहां पर नवरात्र के समय पूजा-अर्चना का विशेष प्रबंध किया जाता है। नवरात्र के दौरान अष्टमी पर यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना को लिए आते हैं। मंदिर के साथ ही बड़ा मेला लगता है। मंदिर के गर्भ में माता भीमेश्वरी की प्रतिमा हैं तो आसपास में हनुमान, शिव परिवार व अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी लगी हैं। भीमेश्वरी माता के मंदिर के निकट ही काली माता का मंदिर है। श्रद्धालु पहले भीमेश्वरी माता और उसके बाद काली माता के मंदिर में पहुंच पूजा-अर्चना करते हैं।
मंदिर की क्षेत्र में बहुत अधिक मान्यता है। यह क्षेत्र के प्रमुख देवी के मंदिरों में से एक है। जो श्रद्धालु सच्चे दिन से यहां पहुंच कर पूजा-अर्चना करता है माता उनकी मन्नतें भी पूरी करती है।
संजय भार्गव, मुख्य पुजारी
नवरात्रों के दौरान मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए विशेष प्रबंध किया जाता है। सुबह व शाम बड़ी संख्या में पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। अष्टमी पर मेला भी लगेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए पहले से तैयारी कर ली जाती है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो। मंदिर में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं।
राजमोहन वर्मा, व्यवस्थापक
ऐसे पहुंचे मंदिर
बरोदा रोड स्थित माता भीमेश्वरी का मंदिर रेलवे स्टेशन से बहुत नजदीक है। स्टेशन पर उतर कर श्रद्धालु पांच मिनट में ही पैदल मंदिर पहुंच सकते हैं। गोहाना बस स्टैंड से मंदिर की दूरी लगभग डेढ़ किलोमीटर है। बस स्टैंड से आटो या रिक्शा मंदिर के लिए आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।