नोटबंदी को एक माह पूरा, अभी भी अव्यस्था
जागरण संवाददाता, गोहाना : नोटबंदी के फैसले का एक माह पूरा हो गया है, लेकिन अब तक कैश कि किल्लत ज्यों
जागरण संवाददाता, गोहाना : नोटबंदी के फैसले का एक माह पूरा हो गया है, लेकिन अब तक कैश कि किल्लत ज्यों की त्यों बनी ब हुई है। बैंकों में पर्याप्त कैश नहीं पहुंच रहा है, जिससे लोगों की परेशानी कम नहीं हुई है। अधिकतर बैंकों में दो से तीन दिन तक कैश ही नहीं पहुंचता है। जहां कैश आता है ,वहां अधिक भीड़ हो जाती है। ऐसे में लोगों का बैंकों के अंदर-बाहर ही कैश लेने या इंतजार में पूरा दिन बीत जाता है। सरकार से पर्याप्त कैश उपलब्ध कराने की लगातार मांग की जा रही है ताकि बैंकों में भीड़ कम हो सके। लोगों ने प्रत्येक बैंक के एटीएम को चालू कराने की मांग भी की।
नोटबंदी के बाद अनेक बैंकों के एटीएम ही चालू नहीं हुए हैं। जिन बैंकों के एटीएम चालू किए गए थे वे भी कैश के अभाव में अब बंद ही रहते हैं। क्षेत्र के मुख्य बैंकों में भी कैश का अभाव बना हुआ है। कैश आते ही एक ही दिन में खत्म हो जाता है और फिर लोगों को दो से तीन दिन खाली हाथ लौटने पर मजबूर होना पड़ता है। कुछ बैंकों द्वारा तो लोगों को कूपन भी दिए हैं। लोग कूपन लेकर बैंक पहुंचते हैं और वहां कैश ही नहीं मिलता है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की गोहाना शाखा में कैश न मिलने से लोग परेशान होते दिखे। इस बैंक के अलावा अधिकतर बैंकों में कैश उपलब्ध नहीं था। सिविल रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में कैश उपलब्ध था तो वहां पूरा दिन भीड़ लगी रही। कैश लेने के लिए लोगों की पूरा दिन लंबी लाइन लगी रही। लोग सुबह ही बैंकों के बाहर आकर बैठ जाते हैं। जिन बैंकों में कैश नहीं होता वहां कैश आने का इंतजार किया जाता है, जहां कैश होता है वहां लंबी लाइन में लगना पड़ता है। खास बात यह है कि नोटबंदी के बाद से अधिकतर बैंकों के एटीएम में कैश की सेवा शुरू नहीं की गई है, जिन बैंकों में यह सेवा शुरू हुई थी वह भी कैश के अभाव में बंद हो गई है।