दहिया खाप के तीन तपों ने सम्मान समारोह से किनारा किया
जागरण संवाददाता, खरखौदा: दहिया खाप के तीन तपों ने यशपाल मलिक के सम्मान समारोह से किनारा करते हुए स
जागरण संवाददाता, खरखौदा:
दहिया खाप के तीन तपों ने यशपाल मलिक के सम्मान समारोह से किनारा करते हुए समारोह के आयोजन औचित्य पर भी सवाल उठाए हैं। साथ ही तपों के प्रधानों से सिसाना गांव को खाप के एक प्रधान पर सहमति बनाने के लिए कहा है। तपों के प्रधान ने चेतावनी दी है कि यदि 5 जुलाई तक फैसला नहीं हुआ तो वह खुद नया प्रधान बना लेंगे।
मंगलवार को सरकारी विश्राम गृह में दहिया खाप के तीन तपों के प्रधान राजेंद्र दहिया, रमेश दहिया व जगदीश दहिया ने पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सिसाना ने दहिया खाप के दो प्रधान बनाए हुए हैं। जिससे दहिया खाप की छवि प्रभावित हो रही है। दोनों प्रधान मनमानी कर रहे हैं। इसलिए तीनों मुख्य तपों ने फैसला लिया है कि दोनों प्रधान जिनमें सुरेंद्र दहिया व प्रताप दहिया को निरस्त माना जाता है। यही नहीं उन्होंने सिसाना गांव वासियों से अपील की है कि 5 जुलाई तक किसी एक नाम चाहे वह मौजूदा दोनों प्रधानों में से ही क्यों ना हो या अन्य नया नाम हो को सार्वजनिक करें। अगर ऐसा नहीं किया गया तो वह सिसाना से किसी को भी प्रधान नहीं मानेंगे व तीनों तपे मिलकर दहिया खाप चालीसा का प्रधान नियुक्त करेंगे। उन्होंने कहा कि यशपाल मलिक को सम्मानित उस समय किया जाता जब आरक्षण मिल जाता तो अच्छा होता। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ है तो मलिक का सम्मानित करने का कोई औचित्य है। जैसे ही दहिया खाप के एक गुट ने यशपाल मलिक को सिसाना में दहिया खाप चबूतरे पर सम्मानित करने का फैसला लिया तो दूसरे गुट सहित विभिन्न तपों ने विरोध करते हुए इस फैसले को उचित नहीं बताया। तीन तपों ने तो इस सम्मान समारोह में आने से भी मना कर दिया।
खाप प्रवक्ता विरेंद्र चोटीवाला ने कहा कि दहिया खाप का चबूतरा किसी को धरोहर नहीं है वह दहिया खाप की 36 बिरादरी का चबूतरा है उस चबूतरे पर ऐतिहासिक फैसला लिया जाता है। निजी तौर पर किसी भी तरह से सम्मान समारोह नहीं किया जाना चाहिए। इस मौके पर जगदीश, रमेश, राजेंद्र, विरेंद्र चौटावाला, जगदेव बिधलान, रणधीर खांडा, धर्मबीर नंबरदार सेहरी, सतबीर सेहरी, सतपाल सरपंच मल्हामाजरा, बिजेंद्र प्रधान सेहरी, मास्टर आजाद सिहं नाहरा, सोनी बिधलान, सतबीर बिधलान, कृष्ण सेहरी व जयभगवान सेहरी सहित विभिन्न पदाधिकारी उपस्थित रहे।
दहिया खाप ने यशपाल मलिक के संघर्ष को देखते हुए उन्हें सम्मानित करने का फैसला लिया है। खाप की ओर से मामले को लेकर चिट्ठी तपे के प्रधानों को भेज दी गई है। जो समारोह में शामिल नहीं होगा उससे जवाब मांगा जाएगा।
-प्रताप दहिया।
मैं तपों के फैसले का सम्मान करता हूं। अभी तक ऐसा कोई काम नहीं हुआ है जिसमें यशपाल मलिक को सम्मानित किया जाए। आरक्षण मिलने पर ही इस प्रकार के आयोजन की बात उठनी चाहिए थे। वह दहिया खाप के चबूतरे का पूरा मान व सम्मान करते हैं।
-सुरेंद्र दहिया