गुरु बिना ज्ञान की प्राप्ति संभव नहीं: व्यास
संवाद सहयोगी, गन्नौर : गुरु के बिना ज्ञान की प्राप्ति संभव नहीं है, गुरु सच्चे ज्ञान की प्राप्ति
संवाद सहयोगी, गन्नौर :
गुरु के बिना ज्ञान की प्राप्ति संभव नहीं है, गुरु सच्चे ज्ञान की प्राप्ति में कड़ी की भूमिका निभाता है। गुरू के माध्यम से ही मनुष्य मृतलोक के मायाजाल को समझ सकता है। मनुष्य इस मायाजाल को समझ तो सकता लेकिन इससे निकल नही सकता। इससे निकलने के लिए उसे सच्चे सदगुरू के सान्निध्य की आवश्यकता होती है। यह बात शुक्रवार को आचार्य राजू व्यास ने कही। आचार्य शहर के बादशाही मार्ग पर स्थित श्रीराम मंदिर में गुरु पूíणमा के अवसर पर प्रवचन कर रहे थे।
प्रवचन के दौरान आचार्य ने कहा कि माया खतरनाक है लेकिन स्वादिष्ट बहुत है। हमें माया का स्वाद भी मिल जाए तथा उसके विनाशकारी असर से भी बचे रहे इस कार्य को सदगुरू ही कर सकता है। हमारे अन्दर उर्जा तो है लेकिन हम उस उर्जा को प्राप्त नही कर सकते है। उस उर्जा को प्राप्त करने के लिए सदगुरू की शरण में ही जाना पड़ता है। उन्होने कहा कि मनुष्य की सबसे पहली गुरू मां होती है। गुरू ही मनुष्य को अंधेरे से निकाल कर उजाले में ले जाता है। इस दौरान मंदिर में भंडारा भी लगाया गया जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद चखा इस अवसर पर नंदलाल ढींगड़ा, सुभाष, मोहन शर्मा, भगत खुशीराम, प्रताप भूटानी, सुरेश कुमार, विक्की, श्यामलाल, शशी शर्मा, पुष्पा ढीगंड़ा, मीनू ढींगड़ा, सुषमा दीवान, लाजवंती, प्रमेश्वरी, कमला, सुनिता, रेनू ढींगड़ा, नेहा ढींगड़ा व गोपीराम ढींगड़ा आदि उपस्थित रहे।