अतिथि अध्यापक की हालत बिगड़ी, परिजन ¨चतित
संवाद सहयोगी, गोहाना: चार दिन पहले जब अतिथि अध्यापकों को हटाने के लिए लिस्ट जारी की गई तो गांव छत
संवाद सहयोगी, गोहाना:
चार दिन पहले जब अतिथि अध्यापकों को हटाने के लिए लिस्ट जारी की गई तो गांव छतैहरा के राजकीय उच्च विद्यालय में एक अतिथि अध्यापक का स्वास्थ्य बिगड़ गया। विद्यालय का स्टाफ उसे खानपुर कलां स्थित बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कालेज के अस्पताल लेकर पहुंचा जहां से उसे रोहतक रेफर कर दिया गया। इस समय अतिथि अध्यापक रोहतक के एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन है। उसकी हालत नाजुक होने से परिवार के लोग ¨चतित हैं।
गांव गंगाना निवासी यशपाल कुमार छतैहरा गांव के राजकीय उच्च विद्यालय में विज्ञान विषय पर अतिथि अध्यापक लगा है। उनकी नियुक्ति वर्ष 2006 में हुई थी। 22 मई को इस विद्यालय के सामाजिक विज्ञान दो अतिथि अध्यापकों को हटाने नोटिस आ गए। इस दिन यशपाल भी ड्यूटी पर था। बताया गया है कि जब उसे साथी अतिथि अध्यापकों के हटाने के नोटिस के बारे में पता चला तो वह ¨चतित हो उठा। इसी दौरान यशपाल को खून की उल्टी आने से उसका स्वास्थ्य बिगड़ गया। स्टाफ के साथी उसे गांव खानपुर कलां स्थित बीपीएस महिला मेडिकल कालेज के अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां से उसे रोहतक रेफर कर दिया गया। इस समय यशपाल का रोहतक के एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। परिजनों का कहना है कि अब यशपाल का मानसिक संतुलन भी ठीक नहीं है। इससे परिजनों की ¨चता भी बढ़ गई है।
बेटे के वेतन पर आश्रित परिवार:कमला
यशपाल की मां कमला ने कहा कि सरकार अतिथि अध्यापकों को नियमित करके उन्हें न्याय दे। कमला ने कहा कि उनका परिवार तो उसके बेटे यशपाल को मिलने वाले वेतन पर ही आश्रित है। उन्होंने कहा कि अब सरकार अतिथि शिक्षकों को हटाने पर तुली हुई है जिससे हजारों परिवारों की रोजी-रोटी छीन जाएगी। यशपाल की पत्नी विदूला भी उसके पति के बिगड़ रहे स्वास्थ्य से ¨चतित है। यशपाल के तीन बच्चे हैं जिसमें बेटी तनीषा (11), नैंसी (9) व बेटा आयुष (5) वर्ष का है।
क्या बोले मुख्याध्यापक:
स्कूल के मुख्याध्यापक धर्मपाल वर्मा ने कहा कि यशपाल पहले से ही बीमार से पीड़ित है। चिकित्सक उसके लीवर की नली फटी होने के बात कह रहे हैं। 22 मई को स्कूल में यशपाल को अचानक खून की उल्टी आई थी। स्टाफ सदस्यों ने उसे एक निजी चिकित्सक और बाद में खानपुर कलां अस्पताल में दाखिल करवाया था। अब परिजन रोहतक के एक निजी अस्पताल में उपचार करवा रहे हैं।