सस्ते गैस कनेक्शन देने की योजना फ्लॉप
-महज 477 बीपीएल परिवारों को ही मिल सके कनेक्शन -अफसरों की लापरवाही व एजेंसी संचालकों की मनमानी की
-महज 477 बीपीएल परिवारों को ही मिल सके कनेक्शन
-अफसरों की लापरवाही व एजेंसी संचालकों की मनमानी की भेंट चढ़ी योजना
दीपक गिजवाल, सोनीपत
गरीब परिवारों को सस्ते गैस कनेक्शन देने की योजना जिले में अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गई। खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी एजेंसी संचालकों के आगे बेबस नजर आए। इसके कारण पात्र परिवारों को इस योजना का फायदा नहीं मिल पाया। 5 जनवरी को आरंभ हुई योजना के खत्म होने के एक दिन पहले तक जिले भर में महज 477 परिवारों को ही कनेक्शन जारी किए जा सके। 31 मार्च के बाद पात्र परिवार योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे।
यह थी योजना
योजना के तहत बीपीएल परिवारों को 16 सौ रूपये की छूट के साथ गैस कनेक्शन देने का प्रावधान किया गया था। अगर उपभोक्ता चूल्हा नहीं लेता है तो उसे कनेक्शन 716 रूपये से 900 रुपये के बीच दिया जाना था। अगर उपभोक्ता चूल्हा भी साथ में लेता है तो उसे 2016 रुपये में कनेक्शन मिलता। सिलेंडर और जमानत की राशि (पीआर डिपोजिट) ऐसे उपभोक्ता को नहीं देने थे।
महज 477 परिवारों को ही मिल पाया फायदा
जिले भर में विभिन्न कंपनियों की 16 गैस एजेंसी हैं। इनके माध्यम से जिले के 45 हजार 379 बीपीएल परिवारों को सस्ता गैस कनेक्शन दिए जाने थे। जिले भर में 30 मार्च तक केवल 477 उपभोक्ताओं को ही सस्ते गैस कनेक्शन जारी किए जा सके।
क्यों नही मिल पाए कनेक्शन
एजेंसी संचालक शुरुआत में तो ऐसी किसी स्कीम के बारे में जानकारी न होने की बात कह उपभोक्ताओं को टालते रहे। प्रशासनिक अधिकारियों तक मामला पहुंचने पर कनेक्शन देने की औपचारिकता तो की गई, लेकिन उपभोक्ता खुद को गरीब दर्शाने के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग के चक्कर लगाते रहे। वहीं एजेंसी संचालक नियमों के उलट महंगे दामों पर चूल्हे भी साथ खरीदने की बात पर अड़े रहे।
अधिकारियों की लापरवाही आई आड़े
खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों की लापरवाही गरीब लोगों पर भारी पड़ी। आलम यह रहा की अधिकतर गैस एजेंसिया कनेक्शन जारी करने में आनाकानी करती रही। अधिकारियों की लापरवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सोमवार दिन भर कनेक्शन लेने को हंगामा होता रहा, लेकिन उनको इसकी भनक तक नहीं लगी।
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''गैस एजेंसियों के पास सीमित संख्या में कनेक्शन होते है। मनमानी या अन्य किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
-राजेश कुमार, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक, सोनीपत।