विद्यार्थी शहीदों की जीवनी और उनकी सोच से प्रेरणा ले: सुनिता
फोटो: 34 प्रदर्शनी स्कूली बच्चों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी छात्रों की तुलना में छात्राए
फोटो: 34
प्रदर्शनी स्कूली बच्चों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी
छात्रों की तुलना में छात्राएं अधिक रुचि ले रही है
संवाद सहयोगी, गोहाना :
जन चेतना मंच हरियाणा के तत्वावधान में काकोरी काड के शहीदों की याद में ब्रह्म भवन में आयोजित तीन दिवसीय प्रदर्शनी के दूसरे दिन विद्यार्थी एवं आम जन भारी संख्या में पहुचे। प्रदर्शनी में जुटाई गए शहीदों की यादों से जुड़े दुर्लभ दस्तावेजों से विद्यार्थी एवं आम जन बड़ी उत्सुकता से देखते व पढ़ते हुए नजर आए। समतामूलक महिला संगठन की प्रदेश संयोजिका डा. सुनीता त्यागी ने अपनी टीम के साथ विद्यार्थियों को शहीदों की विचारधारा से भी अवगत करवाया।
डा. सुनीता त्यागी ने शहीद भगत सिंह के विचारो पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिन नौजवानों ने कल देश की बागडोर अपने हाथों में लेनी है, उन्हे आज ही अकल के अंधे बनाने की कोशिश की जा रही है। इसके जो परिणाम निकलेंगे उन्हे खुद ही समझ लेना चाहिए। डा. त्यागी ने कहा कि विद्यार्थियों का मुख्य काम पढ़ाई है और उस तरफ गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में पढ़ाई के साथ-साथ देश की परिस्थितियों का ज्ञान और उनके सुधार के उपाय सोचने की की योग्यता भी पैदा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश से अंग्रेजों के जाने के बाद पूंजीपति व्यवस्था पूरी तरह से हावी हो चुकी है और शहीद उन्हीं चीजों का विरोध करते थे। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे शहीदों की जीवनी और उनकी सोच से प्रेरणा लेकर देश समाजवादी व्यवस्था लाने में अपना सहयोग देना चाहिए। काकोरी कांड को लेकर अंग्रेजों ने 17, 18 और 19 दिसंबर को राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन लाल, राजेंद्र लाहिड़ी और अशफाक उल्ला खां को फांसी तोड़ दिया था। उसी याद में जन चेतना मंच द्वारा शहीद भगत सिंह चौक में शहीद प्रदर्शनी आयोजित की है। प्रदर्शनी में देशभर से जुटाए वे दस्तावेज और अखबार प्रदर्शित किए गए है जो 1857 से 1947 के मध्य की गाथा प्रस्तुत करते है। यह प्रदर्शनी आम नागरिकों के साथ स्कूली बच्चों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। नरेश विरोधिया ने बताया कि बृहस्पतिवार को सत्यानंद पब्लिक स्कूल, जनता पब्लिक स्कूल रभड़ा, हरियाणा पब्लिक स्कूल के अलावा अन्य स्कूलों के विद्यार्थी भी प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुचे।
छात्राएं ले रही है ज्यादा रुचि:
प्रदर्शनी में छात्रों की तुलना में छात्राएं अधिक रुचि ले रही है। छात्र व छात्राएं प्रदर्शनी में उपलब्ध शहीदों की जीवन से जुड़ी जानकारी का बारीकी से अध्ययन कर रहे है। काफी विद्यार्थी यहा उपलब्ध दस्तावेजों से अपने रजिस्टरों में भी शहीदों की जीवनी की जानकारी को दर्ज कर रहे है। छात्रा कृत्तिका, श्वेता, युक्ति, कीर्ति, नेहा, यशिक, अक्षया आदि ने कहा कि प्रदर्शनी में काकोरी काड के चारों शहीदों के अलावा शहीद भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, मंगल पाडेय के अलावा अनेक शहीदों की यादों से जुड़े दुर्लभ चित्र व दस्तावेज उपलब्ध करवाए गए है। कृत्तिका ने कहा कि प्रदर्शनी में उन्हे बहुत अच्छी जानकारी मिली और उन्हे रजिस्टर में भी नोट किया गया। छात्रा तान्या, कशिश, काजल आदि भी प्रदर्शनी में उपलब्ध दस्तावेजों व दुर्लभ चित्रों को देखकर काफी उत्साहित नजर आई।