पैकेज---नैतिकता के मार्ग से भटक रही है हरियाणा की नई पीढ़ी : सुमेरचंद
जागरण संवाददाता, सोनीपत : पर्यावरणविद् सुमेरचंद ने हरियाणा दिवस पर अपने साथी संगियों को बधाई दी ले
जागरण संवाददाता, सोनीपत :
पर्यावरणविद् सुमेरचंद ने हरियाणा दिवस पर अपने साथी संगियों को बधाई दी लेकिन साथ ही नैतिकता के मामले में भटकाव की राह पर चल रही नई पीढ़ी को लेकर चिंता भी जाहिर की है। 82 वर्षीय सुमेर का कहना है कि हरियाणा की पहली और दूसरी पीढ़ी में झूठ बोलने की आदत व लालची प्रवृत्ति नहीं थी लेकिन नई पीढ़ी इस मामले में पीछे नहीं है। दूध, दही, धन धान्य से परिपूर्ण धर्मनगरी हरियाणा दूसरे प्रांतों को अन्न जल मुहैया कराता है।धर्मराज युधिष्ठर के पांच पतों में तीन प्रांत हरियाणा में है। ये पानीपत, सोनीपत, तिलपत हरियाणा के हिस्से हैं।
झूठ और लालच के कारण संयुक्त परिवार टूटते जा रहे हैं। पारिवारिक कलह, व्यभिचार प्रवृत्ति, भाई-भाई में झगड़ा-हत्या, रिश्तों की मर्यादा तार-तार करने के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। बच्चे अपने बड़े बूढ़ों की सेवा नहीं कर रहे। जमीन जायदाद छीनकर बुजुर्गो को वृद्ध आश्रम की तरफ धकेल रहे हैं।
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त्रिवेणी लगाने की अपील
पर्यावरणविद् सुमेरचंद ने लोगों से अपील की है कि वे अपने-अपने आंगन या रिक्त भूमि पर त्रिवेणी (बड़-पीपल-नीम) जरूर लगाए। क्योंकि ये तीनों वृक्ष न केवल पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं बल्कि पक्षियों, कीट, पतंगों को उत्तम भोजन भी मुहैया कराते हैं। पीपल तो ऐसा वृक्ष है, जो चंद्रमा की रोशनी मिलने पर भी रात के वक्त ऑक्सीजन छोड़ता है।