Move to Jagran APP

बारिश के बाद धान की रोपाई ने पकड़ा जोर

By Edited By: Published: Thu, 01 Aug 2013 05:08 PM (IST)Updated: Thu, 01 Aug 2013 05:08 PM (IST)
बारिश के बाद धान की रोपाई ने पकड़ा जोर

जागरण संवाद केंद्र, सोनीपत :

loksabha election banner

जिले में मानसून की बारिश के बाद धान की रोपाई ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। हालांकि अभी भी गन्नौर व गोहाना में कम बारिश से रोपाई का कार्य अभी उम्मीद के मुताबिक नहीं हो सका है। इससे धान की रोपाई का लक्ष्य अभी पूरा नहीं हो सका है। अभी तक जिले में 65 हजार हेक्टेयर में धान की रोपाई हो सकी है। इसके साथ ही धान की फसल में वर्तमान में जड़ गलन व पत्ता लपेट सुंडी का असर हो सकता है। इसे लेकर कृषि विभाग किसानों को जागरूक कर रहा है।

लक्ष्य के मुकाबले कम हुई है धान की रोपाई

कृषि विभाग ने जिले में धान की रोपाई के लिए 86 हजार हेक्टेयर का लक्ष्य रखा है। इसके एवज में अब तक जिले में 65 हजार हेक्टेयर में रोपाई का कार्य पूरा कर लिया गया है। पिछले एक सप्ताह से हुई बारिश के बाद रोपाई का कार्य तेजी से जारी है। खासकर सोनीपत, राई व खरखौदा क्षेत्र में रोपाई का कार्य तेजी से हुआ है।

गोहाना व गन्नौर में कम बारिश ने बढ़ाई मुश्किल

गन्नौर व गोहाना क्षेत्र में इस मौसम में बारिश काफी कम हुई है। इससे इन क्षेत्रों में रोपाई पर असर पड़ा है। खासकर गन्नौर में तो मात्र नौ एमएम बारिश ही हुई है। इससे यहां रोपाई के कार्य पर काफी असर पड़ा है। हालांकि गोहाना में बुधवार को 58 एमएम बारिश हुई है। इसके बाद से रोपाई का कार्य तेजी से हो रहा है। कृषि विभाग को भी उम्मीद है कि जल्द ही रोपाई का लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा।

तीन वर्ष में एक अगस्त तक धान की रोपाई का आंकड़ा

वर्ष रोपाई

2013 65 हेक्टेयर

2012 60 हेक्टेयर

2011 68 हेक्टेयर

बीमारी के प्रति सचेत रहे किसान

धान की रोपाई के बाद अब इसमें जड़ गलन, दीमक व पत्ता लपेट सुंडी की बीमारी आ सकती है। वर्तमान में मौसम के अनुसार इन बीमारियों के फैलने का अंदेशा अधिक है। जिसे लेकर किसानों को इन तीनों बीमारियों के प्रति सचेत रहना चाहिए। इससे बीमारी आने पर समय रहते इसका निवारण किया जा सके।

बीमारी आने पर तुरंत करें उपचार : कुहाड़

जिला कृषि विकास अधिकारी डा.देवेंद्र कुहाड़ कहते हैं कि इस दौरान जड़ गलन, दीमक व पत्ता लपेट सुंडी से बचाव बेहद आवश्यक है। मोनो करोटोफास 300 एमएल को दो सौ लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें और 10 किलो फेनवेल रेट को राख में मिलाकर उसका धुड़ा करें। जिससे फसल को इन बीमारियों से निजात मिल सकेगी।

रोपाई का कार्य पकड़ेगा तेजी : सहरावत

कृषि उपनिदेशक डा.अनिल सहरावत कहते हैं कि विभाग धान की रोपाई के लक्ष्य का आसानी से प्राप्त कर लेगा। गन्नौर व गोहाना में कम बारिश से रोपाई प्रभावित हुई है। हालांकि इस सप्ताह में अच्छी बारिश के संकेत हैं। इससे रोपाई का कार्य तेजी पकड़ेगा।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.