भगवान कृष्ण ने दी अधर्म को नाश करने की प्रेरणा : सत्यदेव
जागरण संवाद केंद्र, सोनीपत :
स्वामी सत्यदेव ने कहा कि भगवान कृष्ण ने अधर्म का नाश करने के लिए प्रेरणा दी थी। महाभारत के युद्ध के समय उन्होंने गीता का उपदेश देकर कर्म को प्रधानता दी। उन्होंने युद्ध के वातावरण में भी सत्संग किया और ज्ञान का स्मरण किया। इससे बुराई पर अच्छाई की जीत संभव हो सकी।
वे बृहस्पतिवार को भारत विकास परिषद गोविंद शाखा की तरफ से बाबा बिशनदास धाम मुरथल में आयोजित की जा रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में श्रद्धालुओं को प्रवचन दे रहे थे। इस दौरान राम जन्म व कृष्ण जन्मोत्सव का मनोहारी मंचन किया गया। इस दौरान कथा व्यास भागवत आचार्य स्वामी सत्यदेव (हरिद्वार वाले) ने कहा कि भगवान कृष्ण का जेल में रात को जन्म हुआ। बचपन में ही अनेक राक्षसों ने उनकी हत्या का प्रयास किया। भगवान श्रीकृष्ण ने हमें विपरित परिस्थितियों में भी हसते-हसते जीवन जीने का दर्शन दिया। भगवान ने युद्ध जैसे भयानक वातावरण में भी सत्संग किया और ज्ञान का स्मरण किया। गीता का उपदेश दिया और अधर्म का नाश करने की प्रेरणा दी। साथ ही उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या पर रोकथाम व बेटियों को बचाने का आह्वान करते हुए कहा कि जहा स्त्रियों का सम्मान होता हो वहा दैवीय-शक्तियों का वास होता है। सभी को कन्याओं की रक्षा करनी चाहिए। भक्ति तो मनुष्य अपने कल्याण के लिए करता है। अपनी शाति के लिए करता है, पर सामाजिक बुराइयों, कुरीतियों के खिलाफ सामूहिक जिम्मेदारी बनती है औरसामूहिक प्रभाव से ही इनको रोका जा सकता है। कृष्ण जन्म पर भजनों पर आनंदित हो भक्तजन नाचने व झूमने लगे। इससे माहौल उत्सवमय हो गया। इस दौरान साउथ प्वाइट संस्थान के चेयरमैन दिलबाग खत्री, शाखा अध्यक्ष वाइके त्यागी, शालु त्यागी, कथा में साईं जनसेवा समिति के अध्यक्ष सतपाल सिंह अहलावत, काता देवी, टेकराम अहलावत, नसीब देवी अहलावत, एमपी गर्ग, सुशील गोयल, संजय सिंगला, इंद्रा बंसल, रेखा गोयल, कोमल गोयल आदि मौजूद रहे।
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