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आढ़ती एसोसिएशन बोली, शक्तिभोग फूड्स कंपनी के खिलाफ कार्रवाई नहीं तो होगा आंदोलन

जागरण संवाददाता, सिरसा : शक्ति भोग फूड्स लिमिटेड की धोखाधड़ी से परेशान अनाज मंडी की सुशील ट्रेड कंप

By Edited By: Published: Mon, 16 Jan 2017 07:02 PM (IST)Updated: Mon, 16 Jan 2017 07:02 PM (IST)
आढ़ती एसोसिएशन बोली, शक्तिभोग फूड्स कंपनी के खिलाफ कार्रवाई नहीं तो होगा आंदोलन
आढ़ती एसोसिएशन बोली, शक्तिभोग फूड्स कंपनी के खिलाफ कार्रवाई नहीं तो होगा आंदोलन

जागरण संवाददाता, सिरसा :

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शक्ति भोग फूड्स लिमिटेड की धोखाधड़ी से परेशान अनाज मंडी की सुशील ट्रेड कंपनी के संचालक बक्शीश के समर्थन में अब आढ़ती एसोसिएशन ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है। एसोसिएशन ने सोमवार को पत्रकार वार्ता के दौरान इसकी जानकारी दी। एसोसिएशन के उपप्रधान विजय चौधरी ने शक्तिभोग फूडस लिमिटेड पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस कंपनी का काम लोगों से फ्रॉड करना है और प्रदेश की सिरसा, करनाल, जींद, पानीपत, कुरूक्षेत्र, यमुनानगर, ऐलनाबाद, गोहाना, समालखा, मतलोडा, लाड़वा, रादौर, कैथल सहित अनेक मंडियों से करीब 700 केस इस कंपनी पर चल रहे है। अनाज मंडी सिरसा में हर सीजन में 40 लाख बैग धान आता है, जिसे शक्तिभोग जैसी कंपनियों की ओर से खरीदा जाता है। सुशील ट्रे¨डग कंपनी के संचालक बक्शीश ¨सह की भी इस कंपनी में धान की बेच को लेकर डील हुई थी और जब शक्तिभोग कंपनी की ओर से 4 करोड़ 15 लाख रुपये की राशि बक्शीश को देने की बात आई, तो कंपनी ने दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में बक्शीश के साथ दु‌र्व्यवहार कर उसे बाहर निकाल दिया।

यह था मामला

शिकायतकर्ता बक्शीश ¨सह के मुताबिक उसकी सुशील ट्रे¨डग कंपनी के नाम से फर्म है और किसानों से धान खरीदकर वह शक्तिभोग फूडस लिमिटेड को बेचा करता था। इस ऐवज में उसे एक प्रतिशत का कमीशन मिलता था। सन् 2010 में शक्तिभोग कंपनी के एक प्रतिनिधि ध्यान ¨सह ने उसके साथ धान की खरीद को लेकर डील की। कंपनी की ओर से उसे 21 चेक दस-दस लाख रुपये के दिए गए। सन् 2014 में उसे 74 हजार बोरी धान की खरीदकर सिरसा केगोदामों में लगाने को कहा, जिस पर सहमति हो गई। बक्शीश ¨सह ने कहा कि राशि की अदायगी को लेकर उसने जब बैंक में चैक लगाए, तो पता चला कि कंपनी ने बैंक खाते को ही बंद करवा दिया है, हालांकि दो चैक दस-दस लाख रुपये के क्लीयर हो गए। 20 लाख रुपये की राशि मिलने के बाद जब शेष राशि 4 करोड़ 15 लाख रुपये की मांग की गई, तो कंपनी आनाकानी करने लगी। एसोसिएशन के उप प्रधान विजय चौधरी ने सरकार से मांग की है कि मामले की जांच को पुन: सिरसा पुलिस को सौंपा जाए और पुलिस के उच्चाधिकारियों को जांच में शामिल करवाया जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस मामले में कार्रवाई न हुई, तो एसोसिएशन को आंदोलन करने पर मजबूर होना होगा। पत्रकार वार्ता में बावाराम दास, सुधीर, ललित, नानक चंद, केवल कंबोज, रमेश गोदारा, राजेंद्र कंबोज सहित कई आढ़ती मौजूद रहे।


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