मुसाहिबाला के राजकीय स्कूल में तीन अध्यापक मिले गैर हाजिर, वेतन रोका
जागरण संवाददाता, सिरसा : शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा सरकारी स्कूलों में निरीक्षण करने से खाम
जागरण संवाददाता, सिरसा :
शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा सरकारी स्कूलों में निरीक्षण करने से खामियां नजर आने लगी है। जिससे स्कूलों में कार्यरत अध्यापक भी खामियां नजर आने से भयभीत होने लगे हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों में खामियां मिलने पर स्कूल इंचार्जो से स्पष्टीकरण मांग रहे हैं। गांव मसाहिबाला के राजकीय मिडल स्कूल में जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. मधु ने 19 अक्टूबर को निरीक्षण किया। जिसमें तीन अध्यापक गैर हाजिर मिले। जिला शिक्षा अधिकारी ने शुक्रंवार को एक दिन का गैर हाजिर मिले अध्यापकों का वेतन रोक दिया है। वहीं स्कूल इंचार्ज से इस बारे में स्पष्टीकरण भी देने के लिए निर्देश दिए हैं।
::::: स्कूल परिसर में बेचा रहा था जंक फूड
डबवाली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. मधु मितल ने औचक निरीक्षण किया। स्कूल में किए गये निरीक्षण में पाया कि स्कूल परिसर में जंक फूड बेचा जा था। वहीं स्कूल के विद्यार्थी जंक फूड के तौर पर समोसे व पेटीज खा रहे थे। जिसको लेकर जिला शिक्षा अधिकारी स्कूल के प्राचार्य राजकुमार मेहता से स्पष्टीकरण मांगा है।
:::::: स्कूल इंचार्जों को फिर लिखा पत्र
जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. मधु मितल ने डबवाली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में जंक फूड मिलने पर जिले के सभी स्कूल इंचार्जो को निर्देश जारी किए हैं। जिसके तहत स्कूलों में जंक फूड मिलने पर स्कूल इंचार्जो पर कार्रवाई करने के लिए कहा है। जिसके लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को भी इस बारे में अवगत करवाया है।
:::: निरीक्षण में नहीं मिले थे बच्चे
गांव शेरपुरा के राजकीय कन्या प्राथमिक स्कूल व राजकीय प्राथमिक स्कूल का उपजिला शिक्षा अधिकारी संतकुमार बिश्नोई ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी कम मिले वहीं अन्य खामियां भी पाई गई। जिस पर स्कूल इंचार्जों से स्पष्टीकरण मांगा गया था।
:::: मैंने गांव मुसाहिवाला के राजकीय मिडिल स्कूल का निरीक्षण किया। जिसमें तीन अध्यापक गैर हाजिर मिले। वहीं डबवाली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में जंक फूड बेचा जा रहा था। स्कूल में गैर हाजिर मिलने वाले अध्यापकों को एक दिन का वेतन रोक दिया है। वहीं स्कूल इंचार्जो से स्पष्टीकरण मांगा है।
डॉ. मधु मितल, जिला शिक्षा अधिकारी सिरसा