Move to Jagran APP

सामाजिक तर्कों से बच नहीं पाए भगवान राम व श्रीकृष्ण : शर्मा

जागरण संवाददाता, सिरसा : श्री वंशीवट मंदिर में चल रही श्रीमद भागवत कथा के सातवें दिन पंडित सुगन शर

By Edited By: Published: Thu, 29 Sep 2016 06:20 PM (IST)Updated: Thu, 29 Sep 2016 06:20 PM (IST)
सामाजिक तर्कों से बच नहीं पाए भगवान राम व श्रीकृष्ण : शर्मा

जागरण संवाददाता, सिरसा :

loksabha election banner

श्री वंशीवट मंदिर में चल रही श्रीमद भागवत कथा के सातवें दिन पंडित सुगन शर्मा ने शुकदेव द्वारा राजा परीक्षित को श्रीमदभागवत कथा सुनाने का प्रसंग सुनाया। उन्होंने बताया कि इस समाज में जन्म लेने पर भगवान राम या कृष्ण भी सामाजिक तर्को से बच नहीं पाये, भगवान कृष्ण पर भी सम्तक मणि को चुराने का आरोप लगाया गया तथा भगवान कृष्ण द्वारा सम्तकमणि को जाम्वत नामक रीछ राज में वापिस लेने के लिए उनकी पुत्री से विवाह करने की कथा सुनाई। इस प्रकार भगवान कृष्ण का विवाह 28 दिन तक चले युद्ध के बाद जाम्वत पुत्री जाम्वती के साथ सम्पन्न हुआ। शर्मा ने कहा कि हम जैसा अन्न ग्रहण करते हैं हमारा मन वैसा ही हो जाता है। इसलिए पाप से संचित अन्न सदैव दु:ख व दुखी मन को जन्म देता है और मन भी पापी हो जाता है। भगवान कृष्ण ने इसीलिए दुर्योधन के मेवा त्याग दिए और सच्चे विदुर के केलों के छिलके भी ग्रहण किए। भगवान प्रभाव से नहीं भाव से लगाए भोग से प्रसन्न होते हैं। प्रेम के वश भगवान ने अर्जुन का रथ हांका था और धन्ना जट के यहां नौकरी की थी। भगवान कृष्ण की 8 पटरानियां थी तथा 16 हजार 100 रानियां थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.